महाकाल लोक के नाम पर हुआ घोटाला, एफआईआर कराएगी कांग्रेस
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने आरोप लगाया कि उज्जैन में महाकाल लोक के नाम पर घोटाला हुआ है। कांग्रेस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर कराएगी।
मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि महाकाल लोक में मात्र 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवाओं के बाद वहां कमल के फूल में विराजित सप्त ऋषियों की 6 मूर्तियां गिरकर खंडित हो जाने को अशुभ और महाकाल लोक में हुआ महाघोटाला निरूपित करते हुए कहा कि मंगलवार 30 मई को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा घोषित जांच समिति गठित की है। इस समिति में सदस्य सज्जनसिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, महेश परमार, मुरली मोरवाल, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा एवं के.के.मिश्रा है ये समिति घटना स्थल पहुंचेगी, मौका मुआयना करेगी और आवश्यक हुआ तो मुख्यमंत्री सहित जिम्मेदार भ्रष्ट अधिकारियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस विधायक महेश परमार द्वारा की गई शिकायत के बाद जिन चिन्हित भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त संगठन ने एफआईआर दर्ज की है उन्हीं अधिकारियों को मलाईदार पदों पर नियुक्त किए जाने के पीछे उनकी कौन सी ईमानदार मंशा छिपी हुई है? यही नहीं पिछले कई वर्षों से लगातार भ्रष्टाचार के विभिन्न प्रकरणों में नामित अधिकारियों को महाकाल मंदिर प्रबंध समिति का प्रशासक नियुक्त क्यों किया जाता रहा?
भाजपा विधायक ने कहा घटिया निर्माण होना भगवान शिव का अपमान
वहीं इस मामले को लेकर भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा की सरकार में महाकाल लोक का घटिया निर्माण होना भगवान शिव का अपमान है। उन्होंने कहा कि बाबा केदारनाथ धाम में बना भोलेनाथ का मंदिर इतनी सुनामी झेलने के बाद भी टस से मस नही हुआ, हजारों साल पहले निर्मित कई मंदिर, किले, भवन और अन्य निर्माण, मूर्तियां पूरी तरह सुरक्षित और जस की तस है, लेकिन महाकाल लोक उज्जैन में हवा का एक झोंका क्या आया तश्वीर ही बदल गई। उन्होंने कहा कि मै चुनौती के साथ कहता हूं कि यदि उज्जैन महालोक निर्माण की उच्चस्तरीय जांच ऐसे लोगों से कराई जावे जो सरकार के दबाब में न हो तो प्रदेश के एक बड़े घोटाले के रूप में इस लोक में हुए निर्माण कार्य शुमार होंगे।