महाराणा प्रताप की शौर्य और वीरता की कहानियां शामिल होंगी पाठ्यक्रम में
मुख्यमंत्री ने कहा कि गठित होगा महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में शालेय पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पढ़ाई जाएंगी। साथ ही महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन भी किया जाएगा।
राजधानी में लाल परेड मैदान पर आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि भोपाल में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप लोक का निर्माण किया जाएगा। यह उनके त्याग, तपस्या, संघर्ष और बलिदान को श्रद्धांजलि होगी। स्मारक में महाराणा प्रताप के जीवन और कार्यों को चित्रित किया जाएगा। साथ ही उनके सात सहयोगियों भामाशाह, पुंजाभील, चेतक और अन्य के योगदान को भी चित्रित कर दर्शाया जाएगा। महाराणा प्रताप द्वारा अपनी संस्कृति और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संघर्ष तथा जीवन मूल्यों पर अडिग रहने की उनकी क्षमता से आने वाली पीढ़ी अवगत हो सके और तदनुसार संस्कार ग्रहण कर सकें, इस उद्देश्य से महाराणा प्रताप लोक का निर्माण सार्थक होगा। उन्होंने महाराणा प्रताप की जयंती पर अवकाश की भी घोशणा की।
धर्मांतरण, लव जिहाद करने वालों को नहीं छोड़ेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति ऑटोग्राफ मांगते हैं। दूसरे देशों के राजनेता सम्मान करते हैं, लेकिन कई षड्यंत्रकारी इस देश और सनातान संस्कृति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले दिनों ऐसा संगठन पकड़ा गया, जो लव जिहाद, बाद में धर्मांतरण और फिर आतंकवाद की ओर ले जाने का काम करता था। सभी पकड़ लिए गए। जेएमबी के आतंकीवादी पकड़े गए। राणा प्रताप को प्रणाम कर संकल्प लेता हूं कि ऐसे लोग किसी भी कीमत पर छोड़े नहीं जाएंगे। हम केवल आतंकवाद के खिलाफ हैं। आतंकवादियों से लड़ना, उनको समाप्त करना, यह हमारा धर्म है।
उपस्थित रहे महाराणा प्रताप के वंशज
जयंती के उपलक्ष्य में हुए कार्यक्रम में महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार डॉ लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ भी उपस्थित रहे। लक्ष्यराज सिंह अपने साथ मेवाड़ की मिट्टी लेकर आए जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेंट किया। इस मिट्टी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये माटी महाराणा प्रताप के शौर्य की याद दिलाएगी, कहेगी- सही दिशा में काम करें।