जिम्मेदार पदों पर बैठे कुछ लोग कर रहे भारतीय संस्कृति को तोड़ने का प्रयास
भोपाल। आज से कुछ साल पहले हम भारत जोड़ने की बात नहीं करते थे, क्योंकि भारत के इतिहास में नफरत, स्वार्थ की भावना लोगों में नहीं थी। प्रेम, भाईचारा, सद्भाव और सौहार्द्र की भावना लोगों में थी। आजादी के बाद बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने देश के लिए जो संविधान बनाया था और जिसकी शपथ लेकर जिम्मेदार पदों पर बैठकर लोगों की रक्षा करने की प्रतिज्ञा ली जाती थी, लेकिन आज भारत को जोड़ने की अपेक्षा कुछ जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों द्वारा भारत की संस्कृति को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज राजधानी के गांधी भवन में भारत जोड़ो अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमारा देश विभिन्न संस्कृतियों और समाजों का देश है, जहां विभिन्न जातियों, विभिन्न धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ मिलकर एक झंडे के नीचे निवास करते हैं। लेकिन आज जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों द्वारा संविधान पर आक्रमण कर भारत की संस्कृति को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, समाज को बाटने का काम किया जा रहा है। भारत के सामाजिक मूल्यों को दबाया जा रहा है, यह सोचने का विषय है। मध्यप्रदेश में गवर्नेस बाय डिफॉल्ट है, हर तरफ भ्रष्टाचार है। शासकीय स्कूलों में शिक्षक नहीं, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, खम्बों में तार नहीं और तार में बिजली नहीं है। सरकार ने कर्जा लिया और अब कर्जा चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा योजनाओं पर जो पैसा खर्च किया जाता है, वह कमीशन के लिए होता है।
खतरे में है नौजवानों का भविष्य
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है, प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार चरम पर है। प्रदेश का भविष्य अंधकार में है। मध्यप्रदेश के नौजवानों का भविष्य खतरे में है। शिवराज सिंह को आज चुनाव नजदीक आते ही 18 साल बाद युवाओं, महिलाओं, किसानों की याद आ रही है। शिवराज सिंह के लिए 18 सालों में किये गये पापों के प्रायश्चित करने का समय है।