जीतू पटवारी जी! बेदम है आपकी यह सफाई….!
– लिए गए कर्ज को न चुका पाने के कारण कुर्की का आदेश हुआ तो कांग्रेस के नेता पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने अजीब सफाई दी। इस सफाई में किसी को दम नजर नहीं आई। उन्होंने कहा कि पहले उनके घर का नाम महेश था, इसके बाद जितेंद्र हुआ और अब जीतू। लोन महेश नाम से लिया गया। यह कोई भी बता सकता है कि लोन जिस भी नाम से लिया जाए, इसके पूरे दस्तावेज होना जरूरी है। जैसे इन्कम टैक्स रिटर्न की प्रतियां, आधार एवं पेन कार्ड आदि। इन्हें बार-बार बदला नहीं जा सकता। साफ है कि दाल में कुछ काला है। पहले तो उनके नामकरण को लेकर ही जांच बनती है और यदि जीतू की बात को सच मान लिया जाए तो भी लोन समय पर चुकाया जाना चाहिए था। दो करोड़ बकाया था तो कुर्की के आदेश हो गए। जीतू पटवारी चर्चा में पहली बार नहीं हैं, वे इसके आदी हैं। राजनीतिक सक्रियता और राहुल गांधी कैम्प के होने के कारण वे चर्चा में रहते ही हैं। एक टिप्पणी के कारण उन्हें बजट सत्र से ही बाहर कर दिया गया था। तब कांग्रेस विधायक दल ने उनका वैसा साथ नहीं दिया था, जैसा दिया जाना चाहिए। इसे लेकर उनकी पीड़ा कई बार सामने आ चुकी है। राहुल कैम्प के ये दूसरे नेता हैं, जो किसी मामले में फंसे हैं। इस कैम्प के पूर्व मंत्री उमंग सिंगार भी एक मामले में लंबी फरारी काट चुके हैं।