पदाधिकारियों को नसीहत, पुराने साथियों को बुलाएं बैठकों
अगर कोई दुश्मन भी है तो उसे भी बुलाएं
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए मैदानी रणनीति तैयार करनी तेज कर दी है। कांग्रेस ने आज जिला अध्यक्षों, जिला प्रभारियों और सह प्रभारियों को साफ निर्देश दिए कि लेकिन, अगर और परंतु नहीं चलेगा। पुराने साथियों को कार्यक्रमों, बैठकों में सम्मान के साथ बुलाएं। अगर कोई दुश्मन भी है तो उसे भी बुलाएं। एकजुटता दिखाते हुए हमें मैदान में उतरना है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर आज जिला अध्यक्षों, जिला प्रभारियों और सह प्रभारियों की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी को नसीहत दी कि हमें एकजुट होकर मैदान में उतरना है। जिला अध्यक्ष को कहा गया कि प्रकोष्ठ की जानकारी रखें। हमारी टीम इतनी पक्की हो कि कम समय में भी बिना लेकिन, किन्तु, परन्तु के जिले की बैठकों और छोटे से छोटे कार्यक्रमों में सभी बुलाएं। संगठन ने जिला अध्यक्षों और प्रभारियों को हमेशा 100-200 लोगों की टीम तैयार रखने के निर्देश दिए है। कमलनाथ ने जिला अध्यक्षों और प्रभारियों को सलाह दी है। उन्होंने जिला अध्यक्ष और प्रभारियों को समन्वय बनाकर जिलों में काम करने को कहा है। जिला प्रभारियों को प्रकोष्ठ के बारे में जानकारी होनी चाहिए। बैठक में प्रकोष्ठ पदाधिकारियों को जरूर बुलाएं। जिलों में होने वाली बैठक में सेवादल के कार्यकर्ताओं को नहीं बुलाया जाता। इसकी शिकायत मिलने पर कमलनाथ ने जिले में होने वाली बैठकों में पदाधिकारियों के साथ सभी मोर्चा प्रकोष्ठ के लोगों को शामिल करने की सलाह दी है। इसके अलावा समन्वय पर भी जोर दिया है।
किसी को बड़े नेता से मिलने से न रोकें
बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि जिला कांग्रेस कमेटी तुरंत घोषित करें। इसके अलावा ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति तत्काल की जाए, जिला अध्यक्ष और प्रभारी सामंजस्य बनाए रखें, हटाए गए ब्लॉक अध्यक्ष को कहीं भी एडजेस्ट करें, मंडल सेक्टर की बैठक सबसे पहले हो, सरकार बनाने में इनका महत्वपूर्ण रोल रहेगा, प्रदेश अध्यक्ष या कोई बड़ा नेता आए जिले में तो किसी को मिलने से न रोके, जिला अध्यक्ष को पूरा सम्मान दिया जाए।