प्रदेश में माफिया के आगे नतमस्तक है कानून व्यवस्था
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भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में बाहरी एजेंसियां ड्रग्स के कारोबारियों का भंडाफोड़ कर करोड़ों रूपयों की ड्रग्स, हेरोईन और अन्य मादक पदार्थों का जखीरा पकड़कर प्रदेश सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था सवालिया निशान खड़ा कर रही है। वहीं प्रदेश की कानून व्यवस्था माफियाओं के आगे नतमस्तक होकर और उन्हें सरंक्षण देकर धड़ल्ले से मादक पदार्थों को देश भर मे सप्लाई करने का काम करा रही है।
पटवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार की नाकामी आज फिर सामने आयी है। दिल्ली-मुंबई में 646 किलो हेरोइन पकड़ी गई, जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी से पूरे देश में सप्लाई हो रही थी। इस जब्ती ने फिर साबित कर दिया है कि मध्य प्रदेश में ड्रग्स माफिया का आतंक पूरे चरम पर है, और माफियाओं के आगे नतमस्तक प्रदेश की भाजपा सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल और नाकारा साबित हो रही है। पटवारी ने कहा कि बाहरी एजेंसियाँ आए दिन प्रदेश में ड्रग्स माफियाओं के नेटवर्क का भंडाफोड़ कर रही हैं, कुछ दिन पूर्व सरकार की नाक के नीचे राजधानी भोपाल ही में 1800 करोड़ की एमडी ड्रग्स पकड़ी गई और उसके बाद झाबुआ में 170 करोड़ की एमी ड्रग्स पकड़ी गई यह प्रदेश सरकार के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। प्रदेश अराजकता की ओर बढ़ रहा है, नशीली वस्तुओं के सेवन से युवाओं का भविष्य बर्बादी की कगार पर हैं और महिलाओं और अबोध बालिकाओं की आवरू पर संकट छाया हुआ है।
पटवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार की नाकामी आज फिर सामने आयी है। दिल्ली-मुंबई में 646 किलो हेरोइन पकड़ी गई, जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी से पूरे देश में सप्लाई हो रही थी। इस जब्ती ने फिर साबित कर दिया है कि मध्य प्रदेश में ड्रग्स माफिया का आतंक पूरे चरम पर है, और माफियाओं के आगे नतमस्तक प्रदेश की भाजपा सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल और नाकारा साबित हो रही है। पटवारी ने कहा कि बाहरी एजेंसियाँ आए दिन प्रदेश में ड्रग्स माफियाओं के नेटवर्क का भंडाफोड़ कर रही हैं, कुछ दिन पूर्व सरकार की नाक के नीचे राजधानी भोपाल ही में 1800 करोड़ की एमडी ड्रग्स पकड़ी गई और उसके बाद झाबुआ में 170 करोड़ की एमी ड्रग्स पकड़ी गई यह प्रदेश सरकार के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। प्रदेश अराजकता की ओर बढ़ रहा है, नशीली वस्तुओं के सेवन से युवाओं का भविष्य बर्बादी की कगार पर हैं और महिलाओं और अबोध बालिकाओं की आवरू पर संकट छाया हुआ है।