नई दिल्ली. ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवात ‘दाना’ का खतरा मंडरा रहा है, जिसे देखते हुए दोनों राज्यों में सरकारें और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं. राज्य सरकारों ने प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. ओडिशा में करीब 800 चक्रवात शरणस्थल तैयार किए गए हैं और 500 अस्थाई शरणस्थल भी बनाए गए हैं. स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को 23 से 25 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला लिया गया है. पश्चिम बंगाल में भी सतर्कता बरती जा रही है, जहां 7 जिलों में स्कूलों को 23 से 26 अक्टूबर तक बंद रखा जाएगा. इसके अलावा, कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं.
भारतीय वायुसेना (IAF) ने आज सुबह भुवनेश्वर, ओडिशा में राहत कार्यों के लिए NDRF की टीम और 150 कर्मियों को पहुंचाया. बठिंडा, पंजाब से IL76 और AN32 विमानों के जरिए यह राहत सामग्री और टीम भुवनेश्वर भेजी गई. NDRF की टीम जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू करेगी. भारतीय तटरक्षक बल और स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत कार्यों की तैयारी कर रहे हैं. इसके साथ ही समुद्र में मछुआरों के जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके अलावा तटीय इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवात 25 अक्टूबर की सुबह ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकरा सकता है, जिसमें 100 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. चक्रवात के कारण भारी बारिश की भी संभावना है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है.