दिग्विजय ने दी हर गांव में दो घंटे चक्काजाम करने की चेतावनी
0
राष्ट्रीय सरपंच संघ को दिया समर्थन
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पंचायती राज व्यवस्था के अधिकारों की मांग कर रहे राष्ट्रीय सरपंच संघ को अपना समर्थन दिया है। मांगें पूरी न होने पर चक्का जाम करने का आह्वान भी किया है। सिंह ने कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो 18 अक्टूबर से हर गांव में 2 घंटे का चक्का जाम किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यालय ने उनका एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में वे सरपंच संघ को अपना समर्थन देते हुए मुख्यमंत्री डा मोहन यादव और राज्य के पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री प्रहलाद पटेल से कार्रवाई करने का अनुरोध कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने सपना देखा था कि हमारे देश में पंचायत राज के माध्यम से गांव के हर व्यक्ति को अपने संसाधनों, अपने भविष्य पर नियंत्रण करने और उसे पूरा करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। इसी भावना के साथ पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने भारतीय संविधान में बदलाव का प्रस्ताव रखा था, जिसे दुर्भाग्य से भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा में पारित नहीं होने दिया। सिंह ने यह भी कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो 18 अक्टूबर से हर गांव में 2 घंटे का चक्का जाम किया जाएगा।
सरपंच के पास नहीं है कोई अधिकार
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से राजीव गांधी की हत्या हो गई। उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पी वी नरसिम्हा राव ने उनके सपने को पूरा किया। उसी सपने के आधार पर जब मध्य प्रदेश में पहला चुनाव हुआ, तो मैं यहां का मुख्यमंत्री था। उसी भावना के अनुरूप मैंने मध्य प्रदेश पंचायती राज में संशोधन किया और पहला चुनाव कराया। मैंने महिलाओं के लिए आरक्षण करवाया और ग्राम सभा, सरपंच, ब्लॉक पंचायत, जिला परिषद अध्यक्ष को अधिकार दिए। इसके साथ ही मैंने प्रशासन को गांव में निचले स्तर तक ले जाने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने पूरी व्यवस्था को बिगाड़ दिया और आज सरपंच के पास कोई अधिकार नहीं है।
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पंचायती राज व्यवस्था के अधिकारों की मांग कर रहे राष्ट्रीय सरपंच संघ को अपना समर्थन दिया है। मांगें पूरी न होने पर चक्का जाम करने का आह्वान भी किया है। सिंह ने कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो 18 अक्टूबर से हर गांव में 2 घंटे का चक्का जाम किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यालय ने उनका एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में वे सरपंच संघ को अपना समर्थन देते हुए मुख्यमंत्री डा मोहन यादव और राज्य के पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री प्रहलाद पटेल से कार्रवाई करने का अनुरोध कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने सपना देखा था कि हमारे देश में पंचायत राज के माध्यम से गांव के हर व्यक्ति को अपने संसाधनों, अपने भविष्य पर नियंत्रण करने और उसे पूरा करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। इसी भावना के साथ पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने भारतीय संविधान में बदलाव का प्रस्ताव रखा था, जिसे दुर्भाग्य से भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा में पारित नहीं होने दिया। सिंह ने यह भी कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो 18 अक्टूबर से हर गांव में 2 घंटे का चक्का जाम किया जाएगा।
सरपंच के पास नहीं है कोई अधिकार
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से राजीव गांधी की हत्या हो गई। उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पी वी नरसिम्हा राव ने उनके सपने को पूरा किया। उसी सपने के आधार पर जब मध्य प्रदेश में पहला चुनाव हुआ, तो मैं यहां का मुख्यमंत्री था। उसी भावना के अनुरूप मैंने मध्य प्रदेश पंचायती राज में संशोधन किया और पहला चुनाव कराया। मैंने महिलाओं के लिए आरक्षण करवाया और ग्राम सभा, सरपंच, ब्लॉक पंचायत, जिला परिषद अध्यक्ष को अधिकार दिए। इसके साथ ही मैंने प्रशासन को गांव में निचले स्तर तक ले जाने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने पूरी व्यवस्था को बिगाड़ दिया और आज सरपंच के पास कोई अधिकार नहीं है।