कलेक्टर का फोटो लगाकर बना ली फर्जी आईडी
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ग्रामीणों से कॉल कर ऐंठ लिए रूपए
भोपाल। मंत्रियों, नौकरशाहों का फर्जी आईडी बनाकर ठगी करने का प्रयास साइबर ठगों द्वारा जारी है। अब राजधानी भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह फोन की कॉलर आईडी में फोटो लगाकर फर्जी आईडी बनाकर रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। जिसके बाद फंदा और बैरसिया के जनपद सीईओ ने सभी पंचायत सचिव और ग्राम सहायकों को अलर्ट जारी कर दिया है। मामले को लेकर पुलिस को शिकायत की है।
जानकारी के अनुसार जालसाज द्वारा ग्रामीणों को कलेक्टर के नाम से फोन कर संबल योजना की राशि डालने के नाम पर 3 हजार से 10 हजार रुपए तक की मांग की गई। बताया जा रहा है कि फर्जी आईडी बनाने वाला आधा दर्जन लोगों से रुपये ऐंठ चुका है। मामला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के पास भी पहुंचा, जिसके बाद क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत की गई। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। बताया जा रहा है पिछले एक हफ्ते में कलेक्टर की फर्जी आईडी से ग्रामीणों को इस तरह के कॉल आ रहे हैं। कॉल करने के अलावा ठग लोगों को मैसेज भी भेज रहे हैं। कॉलर आईडी पर कलेक्टर का फोटो लगा होने की वजह से जिन लोगों के पास कॉल आ रहे हैं, वह बिना सत्यापन किए उसे सच मान लेते हैं। आम लोगों को तीन हजार से 10 हजार रुपये तक संबल योजना के नाम पर देने का झांसा दिया जा रहा है। फर्जी कॉल कर रुपये ऐंठने की जानकारी लगने के बाद कलेक्टर ने आम लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। इधर पंचायतों के वाट्सएप ग्रुप और इंटरनेट मीडिया पर भी फर्जी कॉल से रुपये ऐंठने के मामले में सतर्क रहने के संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि इसके पहले भी जबलपुर सहित अन्य जिलों के कलेक्टरों और मंत्रियों की फर्जी आईडी बनाकर ठगों द्वारा इस तरह से ठगी का प्रयास किया गया था। सभी मामलों में पुलिस को शिकायत की गई, मगर अब तक ठगों का पता नहीं चला है।
भोपाल। मंत्रियों, नौकरशाहों का फर्जी आईडी बनाकर ठगी करने का प्रयास साइबर ठगों द्वारा जारी है। अब राजधानी भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह फोन की कॉलर आईडी में फोटो लगाकर फर्जी आईडी बनाकर रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। जिसके बाद फंदा और बैरसिया के जनपद सीईओ ने सभी पंचायत सचिव और ग्राम सहायकों को अलर्ट जारी कर दिया है। मामले को लेकर पुलिस को शिकायत की है।
जानकारी के अनुसार जालसाज द्वारा ग्रामीणों को कलेक्टर के नाम से फोन कर संबल योजना की राशि डालने के नाम पर 3 हजार से 10 हजार रुपए तक की मांग की गई। बताया जा रहा है कि फर्जी आईडी बनाने वाला आधा दर्जन लोगों से रुपये ऐंठ चुका है। मामला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के पास भी पहुंचा, जिसके बाद क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत की गई। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। बताया जा रहा है पिछले एक हफ्ते में कलेक्टर की फर्जी आईडी से ग्रामीणों को इस तरह के कॉल आ रहे हैं। कॉल करने के अलावा ठग लोगों को मैसेज भी भेज रहे हैं। कॉलर आईडी पर कलेक्टर का फोटो लगा होने की वजह से जिन लोगों के पास कॉल आ रहे हैं, वह बिना सत्यापन किए उसे सच मान लेते हैं। आम लोगों को तीन हजार से 10 हजार रुपये तक संबल योजना के नाम पर देने का झांसा दिया जा रहा है। फर्जी कॉल कर रुपये ऐंठने की जानकारी लगने के बाद कलेक्टर ने आम लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। इधर पंचायतों के वाट्सएप ग्रुप और इंटरनेट मीडिया पर भी फर्जी कॉल से रुपये ऐंठने के मामले में सतर्क रहने के संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि इसके पहले भी जबलपुर सहित अन्य जिलों के कलेक्टरों और मंत्रियों की फर्जी आईडी बनाकर ठगों द्वारा इस तरह से ठगी का प्रयास किया गया था। सभी मामलों में पुलिस को शिकायत की गई, मगर अब तक ठगों का पता नहीं चला है।