राघौगढ़ में राघौदय शक्ति संगम 3 से
0
दिग्विजय के गढ़ में तीन दिन संघ का शक्ति संगम
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गढ़ में आरएसएस 100वें स्थापना वर्ष में एक बड़ा आयोजन करने जा रहा है। यह आयोजन 3 जनवरी से 5 जनवरी तक होगा। जिसमें 3 हजार से अधिक स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे। आयोजन को राघौदय शक्ति संगम नाम दिया गया है।
राधौगढ़ में आयोजित यह कार्यक्रम पॉलिटेक्निक कॉलेज के मैदान में आयोजित होगा। आयोजन में राधौगढ़ विधानसभा से लगे कुंभराज, मधुसूदनगढ़, चाचौड़ा विधानसभा से करीब 3 हजार स्वयंसेवक शामिल होंगे। राधौगढ़ के इतिहास में शायद पहली बार संघ इतना बढ़ा आयोजन करने जा रहा है। संघ द्वारा आयोजित राघौदय शक्ति संगम में पहले दिन 3 जनवरी को एक प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा जो महापुरूषों के जीवन पर आधारित होगी। इसके बाद दूसरे दिन 4 जनवरी को विशाल पथ संचलन निकाला जाएगा। वही अंतिम दिन 5 जनवरी को स्वयंसेवक शारीरिक प्रदर्शन करेंगे और आयोजन का समापन होगा। इस कार्यक्रम में खंड-कुंभराज, चाचौड़ा, मधुसूदनगढ़ और राधौगढ़ से तीन हजार से अधिक स्वयंसेवकों की भागीदारी रहेगी। गुना विभाग के अंतर्गत राधौगढ़ जिले में पहली बार इस तरह के विशाल और भव्य शक्ति संगम का आयोजन किया जा रहा है।
3 बिजली लाइनों, ट्रांसफार्मरों के पास ना उड़ाएं पतंग
भोपाल। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आने वाले मकर संक्रांति के त्यौहार के मद्देनजर पतंगबाजी को बिजली की लाइनों, ट्रांसफार्मरों और पोल से दूर रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि पतंगों और उनके धागों के कारण बिजली की लाइनों में फॉल्ट हो सकता है, जिससे न केवल विद्युत आपूर्ति बाधित होती है, बल्कि हादसे का भी खतरा बना रहता है।
पतंगों में इस्तेमाल होने वाले धागे और बांस की कीमची, दोनों ही बिजली की लाइनों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि पतंगबाजी करते समय सावधानी बरतें और लाइनों, ट्रांसफार्मरों तथा पोल से दूर पतंग उड़ाएं, ताकि मकर संक्रांति का त्यौहार सुरक्षित और उल्लासपूर्ण तरीके से मनाया जा सके। विद्युत वितरण कंपनी ने यह भी चेतावनी दी है कि बिजली के तारों या पोल में फंसी पतंग को निकालने का प्रयास न करें। इसके अलावा, गिल्ली डंडे का खेल भी बिजली की लाइनों और डीपी से दूर खेलने का अनुरोध किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके और विद्युत आपूर्ति में कोई बाधा न उत्पन्न हो।
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गढ़ में आरएसएस 100वें स्थापना वर्ष में एक बड़ा आयोजन करने जा रहा है। यह आयोजन 3 जनवरी से 5 जनवरी तक होगा। जिसमें 3 हजार से अधिक स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे। आयोजन को राघौदय शक्ति संगम नाम दिया गया है।
राधौगढ़ में आयोजित यह कार्यक्रम पॉलिटेक्निक कॉलेज के मैदान में आयोजित होगा। आयोजन में राधौगढ़ विधानसभा से लगे कुंभराज, मधुसूदनगढ़, चाचौड़ा विधानसभा से करीब 3 हजार स्वयंसेवक शामिल होंगे। राधौगढ़ के इतिहास में शायद पहली बार संघ इतना बढ़ा आयोजन करने जा रहा है। संघ द्वारा आयोजित राघौदय शक्ति संगम में पहले दिन 3 जनवरी को एक प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा जो महापुरूषों के जीवन पर आधारित होगी। इसके बाद दूसरे दिन 4 जनवरी को विशाल पथ संचलन निकाला जाएगा। वही अंतिम दिन 5 जनवरी को स्वयंसेवक शारीरिक प्रदर्शन करेंगे और आयोजन का समापन होगा। इस कार्यक्रम में खंड-कुंभराज, चाचौड़ा, मधुसूदनगढ़ और राधौगढ़ से तीन हजार से अधिक स्वयंसेवकों की भागीदारी रहेगी। गुना विभाग के अंतर्गत राधौगढ़ जिले में पहली बार इस तरह के विशाल और भव्य शक्ति संगम का आयोजन किया जा रहा है।
3 बिजली लाइनों, ट्रांसफार्मरों के पास ना उड़ाएं पतंग
भोपाल। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आने वाले मकर संक्रांति के त्यौहार के मद्देनजर पतंगबाजी को बिजली की लाइनों, ट्रांसफार्मरों और पोल से दूर रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि पतंगों और उनके धागों के कारण बिजली की लाइनों में फॉल्ट हो सकता है, जिससे न केवल विद्युत आपूर्ति बाधित होती है, बल्कि हादसे का भी खतरा बना रहता है।
पतंगों में इस्तेमाल होने वाले धागे और बांस की कीमची, दोनों ही बिजली की लाइनों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि पतंगबाजी करते समय सावधानी बरतें और लाइनों, ट्रांसफार्मरों तथा पोल से दूर पतंग उड़ाएं, ताकि मकर संक्रांति का त्यौहार सुरक्षित और उल्लासपूर्ण तरीके से मनाया जा सके। विद्युत वितरण कंपनी ने यह भी चेतावनी दी है कि बिजली के तारों या पोल में फंसी पतंग को निकालने का प्रयास न करें। इसके अलावा, गिल्ली डंडे का खेल भी बिजली की लाइनों और डीपी से दूर खेलने का अनुरोध किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके और विद्युत आपूर्ति में कोई बाधा न उत्पन्न हो।