रेकिंग में जितने स्तर, सफाई कर्मचारियों को मिलेगे उतने हजार
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पचास चिकित्सालयों में जन औषधि केन्द्रों का शुभारंभ
भोपाल। राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने आज राजधानी में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2024 और प्रदेश के 50 जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सफाई मित्रों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 में स्टार रैंकिंग वाले प्रदेश के नगरीय निकायों को दी प्रोत्साहन राशि देने की घोशणा भी मुख्यमंत्री ने की।
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि जन औषधि केन्द्र गरीबों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष पहल है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी 50 जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों के शुभारंभ पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि न्यूनतम दाम और गुणवत्तापूर्ण दवाइयों के कारण औषधि केन्द्र गरीबों के आर्थिक हित में हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि जन-जन के जीवन को आसान बनाने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना ही प्रधानमंत्री मोदी को दी जाने वाली सबसे बड़ी और यादगार भेंट है। प्रधानमंत्री के जन्म-दिवस पर प्रदेश के सभी 50 चिकित्सालयों में आरंभ हो रहे प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र तथा प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रहा है गृह प्रवेश, प्रदेश के आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार लाएगा।
जितने स्टार, उतनी राशि
मुख्यमंत्री ने नगरीय निकायों में कार्यरत सफाई मित्रों को उनके योगदान के प्रोत्साहन स्वरूप नगरीय निकायों को राशि उपलब्ध कराने की घोषणा भी की। स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 में नगरीय निकायों को कचरा-मुक्त शहर-स्टार प्रमाणीकरण के आधार पर सफाई मित्रों को राशि प्रदान की जाएगी। नगरीय निकायों को रैंकिंग में जितने स्टार प्राप्त होंगे, उसमें कार्यरत सभी सफाई मित्रों को उतने हजार की राशि दी जाएगी, अर्थात एक स्टार प्राप्त नगरीय निकाय के सभी सफाई मित्रों को एक-एक हजार रुपए राशि प्रदान की जाएगी, नगरीय निकाय सात स्टार तक की रैंकिंग प्राप्त कर सकते हैं।
भोपाल। राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने आज राजधानी में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2024 और प्रदेश के 50 जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सफाई मित्रों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 में स्टार रैंकिंग वाले प्रदेश के नगरीय निकायों को दी प्रोत्साहन राशि देने की घोशणा भी मुख्यमंत्री ने की।
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि जन औषधि केन्द्र गरीबों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष पहल है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी 50 जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों के शुभारंभ पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि न्यूनतम दाम और गुणवत्तापूर्ण दवाइयों के कारण औषधि केन्द्र गरीबों के आर्थिक हित में हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि जन-जन के जीवन को आसान बनाने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना ही प्रधानमंत्री मोदी को दी जाने वाली सबसे बड़ी और यादगार भेंट है। प्रधानमंत्री के जन्म-दिवस पर प्रदेश के सभी 50 चिकित्सालयों में आरंभ हो रहे प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र तथा प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रहा है गृह प्रवेश, प्रदेश के आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार लाएगा।
जितने स्टार, उतनी राशि
मुख्यमंत्री ने नगरीय निकायों में कार्यरत सफाई मित्रों को उनके योगदान के प्रोत्साहन स्वरूप नगरीय निकायों को राशि उपलब्ध कराने की घोषणा भी की। स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 में नगरीय निकायों को कचरा-मुक्त शहर-स्टार प्रमाणीकरण के आधार पर सफाई मित्रों को राशि प्रदान की जाएगी। नगरीय निकायों को रैंकिंग में जितने स्टार प्राप्त होंगे, उसमें कार्यरत सभी सफाई मित्रों को उतने हजार की राशि दी जाएगी, अर्थात एक स्टार प्राप्त नगरीय निकाय के सभी सफाई मित्रों को एक-एक हजार रुपए राशि प्रदान की जाएगी, नगरीय निकाय सात स्टार तक की रैंकिंग प्राप्त कर सकते हैं।
निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही तीन सौ से अधिक दवाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा किफायती दर पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए आरंभ किए गए जन औषधि केन्द्रों से आम आदमी को बहुत राहत मिली है। प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में 300 से अधिक दवाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर ही आयुष्मान भारत के अंतर्गत 5 लाख रूपए तक के निशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है और अब इस सुविधा का विस्तार सभी वरिष्ठजन के लिए भी किया जा रहा है।
चेचक से जुड़ा इलाज मिला भारत में
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने चेचक के टीके के आविश्कार कैसे हुआ यह जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी शासन के दौरान ही भारत में चेचक का टीका आया था। उस वक्त दुनिया भर में चेचक की बीमारी का प्रकोप आ गया था। तब किसी को चेचक का फोड़ा हुआ था, उस फोड़े में भरी मवाद को बबूल के कांटे से निकाला गया था, तब यही मवाद चेचक से पीड़ित दूसरे व्यक्ति को लगाई जाती थी, जिससे शरीर में चेचक से लड़ने की एंटीबॉडी तैयार हो जाती थी और फिर दूसरे इंसान को चेचक नहीं होता था। बाद में एंटीबॉडी का यही फॉर्मूला अंग्रेजी शासकों ने लंदन भेजा, जहां चेचक के टीके का आविष्कार हुआ था। एक तरह से चेचक से जुड़ा इलाज देश में ही मिला था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा किफायती दर पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए आरंभ किए गए जन औषधि केन्द्रों से आम आदमी को बहुत राहत मिली है। प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में 300 से अधिक दवाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर ही आयुष्मान भारत के अंतर्गत 5 लाख रूपए तक के निशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है और अब इस सुविधा का विस्तार सभी वरिष्ठजन के लिए भी किया जा रहा है।
चेचक से जुड़ा इलाज मिला भारत में
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने चेचक के टीके के आविश्कार कैसे हुआ यह जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी शासन के दौरान ही भारत में चेचक का टीका आया था। उस वक्त दुनिया भर में चेचक की बीमारी का प्रकोप आ गया था। तब किसी को चेचक का फोड़ा हुआ था, उस फोड़े में भरी मवाद को बबूल के कांटे से निकाला गया था, तब यही मवाद चेचक से पीड़ित दूसरे व्यक्ति को लगाई जाती थी, जिससे शरीर में चेचक से लड़ने की एंटीबॉडी तैयार हो जाती थी और फिर दूसरे इंसान को चेचक नहीं होता था। बाद में एंटीबॉडी का यही फॉर्मूला अंग्रेजी शासकों ने लंदन भेजा, जहां चेचक के टीके का आविष्कार हुआ था। एक तरह से चेचक से जुड़ा इलाज देश में ही मिला था।