अपराध के आंकड़ों पर सियासत, कांग्रेस ने घेरा सरकार को
भाजपा ने किया पलटवार, कहा प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं
भोपाल। पुलिस द्वारा प्रदेश में गिरते अपराध के ग्राफ के आंकड़े जारी होने के बाद इसे लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने आंकड़ां को लेकर सवाल उठाए तो भाजपा ने भी इसे लेकर पलटवार किया है।
प्रदेश पुलिस द्वारा रविवार को अपराधों के आंकड़े जारी किए गए, जिसमें महिला अपराध सहित अन्य अपराधों का ग्राफ गिरना बताया है। इसे लेकर कांग्रेस प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई है। सराकर के आंकड़े पर विपक्ष ने सवाल उठाए है वहीं भाजपा ने पलटवार किया है। आंकड़े को लेकर प्रदेश में सियासत जारी है। कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल ने कहा कि ऐसा कौन कह रहा है। ये एनसीआरबी के आंकड़े नहीं हैं, ये एसएसआरबी के आंकड़े हैं, प्रदेश सरकार ने आंकड़ों की बाजीगरी की है। कई मामलों के प्रकरण दर्ज ही नहीं हो रहे, वैसे भी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता में कम अपराध हुए है। कांग्रेस के सवाल पर भाजपा का पलटवार सामने आया है।
वहीं इसे लेकर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीश अग्रवाल ने कहा कि ये अपराध की कमी के आंकड़े नहीं, ‘झूठी’ कांग्रेस के मुंह पर ‘तमाचा’ है! यूं तो प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती, परंतु जब कांग्रेस के जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे जिम्मेदार नेता, प्रदेश की जनता को भ्रमित और मध्यप्रदेश को बदनाम करते हैं। झूठ, फरेब और पाखंड की राजनैतिक रोटियां सेंकते हैं तब ऐसे आकंड़े कांग्रेस के इन भ्रष्टाचारी नेताओं की आखों से पट्टियां हटाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनहितैषी, गरीब कल्याण का उद्देश्य लेकर चलने वाली ‘मोहन’ सरकार कानून का पालन करने और करवाने के लिए जितनी सख्त है, उतनी संवेदनशील भी। यही कारण है कि लगातार अपराध से जुड़े मामले कम होते जा रहे हैं।