आखिर मान गए नागर, मुख्यमंत्री से की मुलाकात
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा दिल्ली से साथ में आए
भोपाल। वन मंत्रालय लिए जाने से नाराज मंत्री नागर सिंह चौहान बीती देर रात दिल्ली से लौट आए। राजधानी लौटने के बाद रात को ही उन्होंने मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से मुलाकात की। इस दौरान वे हंसी-ठहाके लगाते नजर आए। इससे साफ हो रहा है कि दिल्ली में वरिश्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद उनकी नाराजगी दूर हो गई। हालांकि उन्होंने इसे लेकर कुछ चर्चा नहीं की है।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए रामनिवास रावत को वन मंत्रालय दिए जाने से नाराज होकर मंत्री नागर सिंह चौहान ने मंत्री पद से इस्तीफा देने और पत्नी से सांसद पद से इस्तीफा दिलवाने की चेतावनी देने के बाद भाजपा में हड़कंप मच गया था। मामला दिल्ली तक पहुंची। इसके बाद नागर सिंह को दिल्ली तलब किया गया। दिल्ली में उनकी पार्टी नेताओं से मुलाकात हुई और मामला ठंडा पड़ता नजर आया। बीती रात को वे दिल्ली से वापस भोपाल आए और मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से उनके निवास पर मुलाकात की। नागर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ दिल्ली से भोपाल लौटे थे। मुख्यमंत्री ने नागर को भविष्य में बेहतर अवसर देने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री से मुलाकात का एक वीडियो काफी वायरल हुआ है जिसमें वे मुख्यमंत्री के साथ मंत्री नागर ठहाके लगाते नजर आ रहे हैं। इससे साफ संदेश देने का प्रयास किया गया है कि नागर की नाराजगी अब दूर हो गई है, वे मान गए हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि नागर कैसे माने। दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं की समझाइश से या फिर उन्हें मिली फटकार से।
उनका सौभाग्य हमारा दुर्भाग्य
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का ने भी मंत्री नागर सिंह की बात का समर्थन किया। उनका कहना है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं का ये सौभाग्य है कि उन्हें मंत्री पद मिल रहा है। ये हमारा दुर्भाग्य है कि हमारी ही पार्टी में हम अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि नागर सिंह ने जो भी कदम उठाया है, वह बहुत ही सोच समझकर ही उठाया होगा, पर भाजपा के पास हर संकट का समाधान पहले से ही होता है।
परिवार के सदस्य हैं, जानेंगे क्यों नहीं
नागर सिंह चौहान के इस्तीफे की ख़बरों के बीच आज उनक एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के साथ हंसते और मुस्कुराते हुए बातचीत कर रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद माना जा रहा है कि मंत्री की नाराजगी खत्म हो गई है। इस बीच डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि नागर सिंह चौहान परिवार के सदस्य हैं, मानेंगे क्यों नहीं।