नीर नवजीवन परियोजना प्राकृतिक रूप से तालाब के पानी को स्वच्छ करने का नवाचार
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मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने किया परियोजना का शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नीर नवजीवन परियोजना में प्राकृतिक रूप से तालाब के पानी को स्वच्छ करने का नवाचार अनुकरणीय है। इससे फाउंटेन, पेड़-पौधों तथा उपयुक्त जीवों के माध्यम से जल स्वतः स्वच्छ होता रहेगा। यह तकनीक किफायती है, वर्तमान परिस्थितियों में इसका प्रभाव और महत्व बहुत अधिक है। वर्तमान जीवन शैली के परिणामस्वरूप जल में आई विकृति का उपचार करने की यह अद्भुत पहल है।
जिला प्रशासन व नगर निगम भोपाल के सहयोग से कक्षा 12वीं की छात्रा ईष्ना अग्रवाल द्वारा यह परियोजना आरंभ की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस पहल के लिए बेटी ईष्ना अग्रवाल को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने पांच नंबर के निकट स्थित झील बाल उद्यान में नीर नवजीवन परियोजना के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि भोपाल का प्राकृतिक सौन्दर्य ईश्वर की विशेष कृपा है। वर्षा ऋतु में भोपाल की सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है। ताल-तलैया, झील एवं एक हजार साल पहले निर्मित बड़े तालाब की अद्भुत छटा होती है। शहर का आकर्षण ऐसा है कि जो एक बार भोपाल आता है, वह यहीं का होकर रह जाता है। भोपाल का बड़ा तालाब बांध निर्माण का सर्वोत्तम उदाहरण है। इसके निर्माण की तकनीक वर्तमान में भी प्रेरणादायी है।
शासन-प्रशासन, राजनीतिक जगत की गंदगी को हटाएं
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने मुख्यमंत्री से कहा कि शासन-प्रशासन और राजनीतिक जगत में गंदगी है। जिस तरह से पर्यावरण शुद्धि, जल और जलाशय शुद्धिकरण और गंदगी को समाप्त करने का अभियान चला रहे हैं, वैसे ही शासन-प्रशासन या राजनीतिक जगत में जो गंदगी है, उसे भी शुद्ध करने का अभियान चलाइए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने े कहा कि बहुत समय से मध्यप्रदेश शासन में ऐसे लोग हैं, जो स्वार्थ के कारण अपनी मनचाही जगह पर बैठे हैं। वे अपने घर भर रहे हैं और लोगों को तंग कर रहे हैं। लोगों की सेवा करने के स्थान पर उनकी सेवा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान कर उस अशुद्ध तत्व को बाहर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से संकेत निवेदन किया है कि कई बाहरी लोग भी दलाल, एजेंट के रूप मे सत्ता में घुसते हैं और सत्ता में बिचौलिए बन जाते हैं, उन्हें भी दूर करने की जरूरत है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नीर नवजीवन परियोजना में प्राकृतिक रूप से तालाब के पानी को स्वच्छ करने का नवाचार अनुकरणीय है। इससे फाउंटेन, पेड़-पौधों तथा उपयुक्त जीवों के माध्यम से जल स्वतः स्वच्छ होता रहेगा। यह तकनीक किफायती है, वर्तमान परिस्थितियों में इसका प्रभाव और महत्व बहुत अधिक है। वर्तमान जीवन शैली के परिणामस्वरूप जल में आई विकृति का उपचार करने की यह अद्भुत पहल है।
जिला प्रशासन व नगर निगम भोपाल के सहयोग से कक्षा 12वीं की छात्रा ईष्ना अग्रवाल द्वारा यह परियोजना आरंभ की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस पहल के लिए बेटी ईष्ना अग्रवाल को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने पांच नंबर के निकट स्थित झील बाल उद्यान में नीर नवजीवन परियोजना के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि भोपाल का प्राकृतिक सौन्दर्य ईश्वर की विशेष कृपा है। वर्षा ऋतु में भोपाल की सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है। ताल-तलैया, झील एवं एक हजार साल पहले निर्मित बड़े तालाब की अद्भुत छटा होती है। शहर का आकर्षण ऐसा है कि जो एक बार भोपाल आता है, वह यहीं का होकर रह जाता है। भोपाल का बड़ा तालाब बांध निर्माण का सर्वोत्तम उदाहरण है। इसके निर्माण की तकनीक वर्तमान में भी प्रेरणादायी है।
शासन-प्रशासन, राजनीतिक जगत की गंदगी को हटाएं
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने मुख्यमंत्री से कहा कि शासन-प्रशासन और राजनीतिक जगत में गंदगी है। जिस तरह से पर्यावरण शुद्धि, जल और जलाशय शुद्धिकरण और गंदगी को समाप्त करने का अभियान चला रहे हैं, वैसे ही शासन-प्रशासन या राजनीतिक जगत में जो गंदगी है, उसे भी शुद्ध करने का अभियान चलाइए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने े कहा कि बहुत समय से मध्यप्रदेश शासन में ऐसे लोग हैं, जो स्वार्थ के कारण अपनी मनचाही जगह पर बैठे हैं। वे अपने घर भर रहे हैं और लोगों को तंग कर रहे हैं। लोगों की सेवा करने के स्थान पर उनकी सेवा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान कर उस अशुद्ध तत्व को बाहर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से संकेत निवेदन किया है कि कई बाहरी लोग भी दलाल, एजेंट के रूप मे सत्ता में घुसते हैं और सत्ता में बिचौलिए बन जाते हैं, उन्हें भी दूर करने की जरूरत है।