प्रदेश में खोले जाएंगे 11 आयुर्वेद महाविद्यालय
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योगाभ्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने की घोषणा
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में योग आयोग के गठन के बाद योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया। योग शिक्षकों को अन्य विषयों के शिक्षकों की तरह महत्व मिल रहा है। प्रदेश में 11 आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने का निर्णय़ इसी कड़ी में लिया गया है।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने यह बात आज मुख्यमंत्री निवास पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में योग आयोग के गठन के बाद योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया। योग शिक्षकों को अन्य विषयों के शिक्षकों की तरह महत्व मिल रहा है। आनंद विभाग भी गठित किय़ा गया है। इस दिशा में कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा। आयुर्वेद की दृष्टि से भी अहम फैसले लिए गए हैं। प्रदेश में 11 आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने का निर्णय़ इसी कड़ी में लिया गया है। मध्यप्रदेश की समृद्ध वन संपदा की दृष्टि से आयुर्वेद के क्षेत्र में मध्यप्रदेश नवीन आयुर्वेदिक महाविद्यालयों के माध्यम से पूरे देश का ध्यान आकर्षित करेगा।
श्री अन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कोदो-कुटकी सहित सभी तरह के मोटे अनाज अर्थात श्रीअन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित किया गया है। करीब छह माह पूर्व जबलपुर में कैबिनेट की बैठक में पहला फैसला श्रीअन्न के प्रोत्साहन पर लिया गया था। महाकौशल अंचल में बहुतायत से श्री अन्न का उत्पादन होता है। किसानों को प्रति क्विंटल एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से श्री अन्न का महत्व हम सभी कोरोना काल में ही समझ चुके हैं। व्यक्ति आहार, विचार और व्यवहार के स्तर पर नियमित रहकर दीर्घायु प्राप्त कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री अन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में इस अभियान के अंतर्गत संचालित की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी गई।
विद्यार्थी पढ़ेंगे राम और कृष्ण का पाठ
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने योग दिवस के मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि रामपथ गमन और श्री कृष्ण पथ गमन दो परियोजनाओं को राज्य सरकार ने अपने हाथ मे लिया है। भगवान राम और कृष्ण राज्य में जिन-जिन स्थानों पर गए हैं, उन स्थानों को राज्य सरकार ने तीर्थ स्थल के तौर पर विकसित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने आगामी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान राम और कृष्ण की उपलब्धियों को उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी शामिल करने वाले हैं। भाजपा की घोषणा पत्र में भी जो बातें कही गई हैं उन पर सरकार गठन के बाद से फैसला लेना शुरू कर दिया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में योग आयोग के गठन के बाद योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया। योग शिक्षकों को अन्य विषयों के शिक्षकों की तरह महत्व मिल रहा है। प्रदेश में 11 आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने का निर्णय़ इसी कड़ी में लिया गया है।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने यह बात आज मुख्यमंत्री निवास पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में योग आयोग के गठन के बाद योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया। योग शिक्षकों को अन्य विषयों के शिक्षकों की तरह महत्व मिल रहा है। आनंद विभाग भी गठित किय़ा गया है। इस दिशा में कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा। आयुर्वेद की दृष्टि से भी अहम फैसले लिए गए हैं। प्रदेश में 11 आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने का निर्णय़ इसी कड़ी में लिया गया है। मध्यप्रदेश की समृद्ध वन संपदा की दृष्टि से आयुर्वेद के क्षेत्र में मध्यप्रदेश नवीन आयुर्वेदिक महाविद्यालयों के माध्यम से पूरे देश का ध्यान आकर्षित करेगा।
श्री अन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कोदो-कुटकी सहित सभी तरह के मोटे अनाज अर्थात श्रीअन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित किया गया है। करीब छह माह पूर्व जबलपुर में कैबिनेट की बैठक में पहला फैसला श्रीअन्न के प्रोत्साहन पर लिया गया था। महाकौशल अंचल में बहुतायत से श्री अन्न का उत्पादन होता है। किसानों को प्रति क्विंटल एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से श्री अन्न का महत्व हम सभी कोरोना काल में ही समझ चुके हैं। व्यक्ति आहार, विचार और व्यवहार के स्तर पर नियमित रहकर दीर्घायु प्राप्त कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री अन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में इस अभियान के अंतर्गत संचालित की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी गई।
विद्यार्थी पढ़ेंगे राम और कृष्ण का पाठ
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने योग दिवस के मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि रामपथ गमन और श्री कृष्ण पथ गमन दो परियोजनाओं को राज्य सरकार ने अपने हाथ मे लिया है। भगवान राम और कृष्ण राज्य में जिन-जिन स्थानों पर गए हैं, उन स्थानों को राज्य सरकार ने तीर्थ स्थल के तौर पर विकसित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने आगामी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान राम और कृष्ण की उपलब्धियों को उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी शामिल करने वाले हैं। भाजपा की घोषणा पत्र में भी जो बातें कही गई हैं उन पर सरकार गठन के बाद से फैसला लेना शुरू कर दिया है।