सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का किया जाएगा जीर्णोद्धार
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नेमावर में मुख्यमंत्री जल गंगा संवर्धन अभियान में हुए शामिल
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज रविवार को देवास जिले के नेमावर में “जल-गंगा संवर्धन अभियान“ में कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने नर्मदा नदी पर पूजा-अर्चना करने के पश्चात घाट पर साफ-सफाई की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यहां के ऐतिहासिक सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डा यादव ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में 5 से 16 जून गंगा दशहरा तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इसमें नदी, नालों और ऐतिहासिक एवं पारम्परिक जल संरचनाओं, तालाब, झील, कुंआ, बावड़ी आदि के संरक्षण, पुनर्जीवन के लिए कार्य किया जा रहा है तथा उनकी साफ-सफाई गहरीकरण का कार्य भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवास जिले में लगभग 5 करोड़ 65 लाख रुपए की राशि से लगभग 3078 जल संरचनाओं के जीर्णोद्वार के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें नगरीय क्षेत्र में लगभग 1 करोड़ 78 लाख की राशि से 650 संचनाओं पर कार्य किया जा रहा है। साथ ही लगभग 1 करोड़ 68 रुपए की राशि से लगभग 2400 से अधिक जल संरचनाओं का गहरीकरण व साफ-सफाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में 196 पुराने तालाब, 105 स्टॉप डेम 172 कुएं-बावड़ियों व अन्य जल स्त्रोतों पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवास जिले में रूफ हॉर्वेस्टिंग सिस्टम से लगभग 250 स्थानों पर बारिश के पानी के संग्रहण के लिए कार्य किया जा रहे हैं। नर्मदा नदी के साथ ही क्षिप्रा, कालीसिंध सहित अन्य नदियों को शुद्ध बनाने का कार्य इस अभियान के माध्यम से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नेमावर का यह नर्मदा नदी का घाट बहुत पवित्र है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर सभी तीज त्यौहार मनाने का महत्व हैं। जो कि हम ऋतुओं के हिसाब से मनाते हैं।
गौ शालाओं को विकसित करने दी जाएगी राशि
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नेमावर स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने विधायक आशीष शर्मा की मांग पर ग्राम तुरनाल में हंडिया बैराज डेम बनने से डूब क्षेत्र में आने वाले पांच लड्डू मन्दिर स्थल (जहाँ भगवान परशुराम ने माता-पिता के पिंडदान किया) के संरक्षण के लिए आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच लड्डू मन्दिर स्थल को विकसित कर अद्भूत बनाया जाएगा। उद्योग भी लगाए जाएंगे। प्रदेश में गौशालाओं को विकसित करने के लिए भी राशि दी जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज रविवार को देवास जिले के नेमावर में “जल-गंगा संवर्धन अभियान“ में कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने नर्मदा नदी पर पूजा-अर्चना करने के पश्चात घाट पर साफ-सफाई की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यहां के ऐतिहासिक सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डा यादव ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में 5 से 16 जून गंगा दशहरा तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इसमें नदी, नालों और ऐतिहासिक एवं पारम्परिक जल संरचनाओं, तालाब, झील, कुंआ, बावड़ी आदि के संरक्षण, पुनर्जीवन के लिए कार्य किया जा रहा है तथा उनकी साफ-सफाई गहरीकरण का कार्य भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवास जिले में लगभग 5 करोड़ 65 लाख रुपए की राशि से लगभग 3078 जल संरचनाओं के जीर्णोद्वार के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें नगरीय क्षेत्र में लगभग 1 करोड़ 78 लाख की राशि से 650 संचनाओं पर कार्य किया जा रहा है। साथ ही लगभग 1 करोड़ 68 रुपए की राशि से लगभग 2400 से अधिक जल संरचनाओं का गहरीकरण व साफ-सफाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में 196 पुराने तालाब, 105 स्टॉप डेम 172 कुएं-बावड़ियों व अन्य जल स्त्रोतों पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवास जिले में रूफ हॉर्वेस्टिंग सिस्टम से लगभग 250 स्थानों पर बारिश के पानी के संग्रहण के लिए कार्य किया जा रहे हैं। नर्मदा नदी के साथ ही क्षिप्रा, कालीसिंध सहित अन्य नदियों को शुद्ध बनाने का कार्य इस अभियान के माध्यम से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नेमावर का यह नर्मदा नदी का घाट बहुत पवित्र है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर सभी तीज त्यौहार मनाने का महत्व हैं। जो कि हम ऋतुओं के हिसाब से मनाते हैं।
गौ शालाओं को विकसित करने दी जाएगी राशि
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नेमावर स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने विधायक आशीष शर्मा की मांग पर ग्राम तुरनाल में हंडिया बैराज डेम बनने से डूब क्षेत्र में आने वाले पांच लड्डू मन्दिर स्थल (जहाँ भगवान परशुराम ने माता-पिता के पिंडदान किया) के संरक्षण के लिए आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच लड्डू मन्दिर स्थल को विकसित कर अद्भूत बनाया जाएगा। उद्योग भी लगाए जाएंगे। प्रदेश में गौशालाओं को विकसित करने के लिए भी राशि दी जाएगी।