पटवारी घोटाले की तर्ज पर हुआ नीट घोटाला : यादव
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भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने नीट के नतीजे को लेकर पड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में हुए पटवारी घोटाले की तर्ज पर ही हरियाणा में नीट घोटाला हुआ है।
देश भर के चिकित्सा महाविद्यालयों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा नीट के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इन नतीजों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सवाल उठाए हैं और सोशल मीडिया पर लिखा है, जिस तरह से मध्यप्रदेश की पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाला हुआ था, ग्वालियर के परीक्षा सेंटर से टॉपर्स निकले थे, अब वैसे ही घोटाले का तरीका नीट परीक्षा में नज़र आ रहा है। खबरों के अनुसार हरियाणा में एक ही परीक्षा सेंटर के 5 से ज्यादा बच्चों ने टॉप किया है। सरकार नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच कराकर दोषियों को सजा दिलाए। पूर्व मंत्री यादव ने अपने एक्स पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की परिणाम सूची को भी साझा किया है और उन नंबरों को खास तौर पर हाईलाईट किया है जो एक ही सेंटर से परीक्षा देने के बाद मेरिट सूची में आए हैं।
ज्ञात हो कि प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में भी एक घोटाले का मामला सामने आया था, जिसमें ग्वालियर के एक केंद्र के कई बच्चों ने टॉप किया था। यह कॉलेज एक नेता का है और पटवारी भर्ती को लेकर राज्य की सियासत में खूब हंगामा भी हुआ था।
घोटाले को दबाने जल्द घोषित किए परिणाम
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा कि जल्द रिजल्ट डिक्लेयर इसलिए किया कि चुनाव परिणाम के शोर में घोटाला दब जाए। उन्होंने नंबर देने की पद्धति पर भी सवाल उठाए। रिजल्ट में 718 और 719 नंबर मिले है। नायक का दावा ये नंबर मिल ही नहीं सकते, क्योंकि मूल्यांकन में ये नंबर लाना संभव ही नहीं है। एनटीए ने जो सुप्रीम कोर्ट का फार्मूला बताए है वो मेडिकल नहीं लॉ के एग्जाम के लिए था। ये पहली बार हुआ की 66 बच्चों ने नीट में एक साथ टॉप किया है। एक ही परीक्षा केंद्र के बहुत सारे बच्चों ने टॉप किया है। कांग्रेस ने की मामले में ब्ठप् से जांच कराने की मांग की है। बता दें कि रीवा की छात्रा बगीशा तिवारी ने नीट में गड़बड़ियों के कारण की कोटा में आत्महत्या कर ली थी। उन्होने सीबीआई जांच की मांग की है।
देश भर के चिकित्सा महाविद्यालयों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा नीट के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इन नतीजों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सवाल उठाए हैं और सोशल मीडिया पर लिखा है, जिस तरह से मध्यप्रदेश की पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाला हुआ था, ग्वालियर के परीक्षा सेंटर से टॉपर्स निकले थे, अब वैसे ही घोटाले का तरीका नीट परीक्षा में नज़र आ रहा है। खबरों के अनुसार हरियाणा में एक ही परीक्षा सेंटर के 5 से ज्यादा बच्चों ने टॉप किया है। सरकार नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच कराकर दोषियों को सजा दिलाए। पूर्व मंत्री यादव ने अपने एक्स पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की परिणाम सूची को भी साझा किया है और उन नंबरों को खास तौर पर हाईलाईट किया है जो एक ही सेंटर से परीक्षा देने के बाद मेरिट सूची में आए हैं।
ज्ञात हो कि प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में भी एक घोटाले का मामला सामने आया था, जिसमें ग्वालियर के एक केंद्र के कई बच्चों ने टॉप किया था। यह कॉलेज एक नेता का है और पटवारी भर्ती को लेकर राज्य की सियासत में खूब हंगामा भी हुआ था।
घोटाले को दबाने जल्द घोषित किए परिणाम
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा कि जल्द रिजल्ट डिक्लेयर इसलिए किया कि चुनाव परिणाम के शोर में घोटाला दब जाए। उन्होंने नंबर देने की पद्धति पर भी सवाल उठाए। रिजल्ट में 718 और 719 नंबर मिले है। नायक का दावा ये नंबर मिल ही नहीं सकते, क्योंकि मूल्यांकन में ये नंबर लाना संभव ही नहीं है। एनटीए ने जो सुप्रीम कोर्ट का फार्मूला बताए है वो मेडिकल नहीं लॉ के एग्जाम के लिए था। ये पहली बार हुआ की 66 बच्चों ने नीट में एक साथ टॉप किया है। एक ही परीक्षा केंद्र के बहुत सारे बच्चों ने टॉप किया है। कांग्रेस ने की मामले में ब्ठप् से जांच कराने की मांग की है। बता दें कि रीवा की छात्रा बगीशा तिवारी ने नीट में गड़बड़ियों के कारण की कोटा में आत्महत्या कर ली थी। उन्होने सीबीआई जांच की मांग की है।