महिलाओं के खिलाफ अपराध में आई कमी
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मध्यप्रदेश पुलिस का दावा, पेश किए आकड़ें
भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते छह माह में महिला अपराधों में कमी आई है। यह दावा प्रदेश की पुलिस ने किया है। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा आकड़े भी जारी किए गए हैं।
राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो (एससीआरबी) पुलिस मुख्यालय, भोपाल द्वारा दिसंबर 2023 से 15 मई 2024 तक हुए अपराधों की समीक्षा की गई। इस अवधि की पिछले वर्ष से तुलना करने पर न सिर्फ कुल आईपीसी अपराधों में कमी आई है, बल्कि विभिन्न प्रकार के गंभीर अपराध, महिलाओं के विरुद्ध अपराध तथा अनुसुचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध अपराधों में भी कमी आई है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में जीरो टोलरेंस की नीति अपनाकर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। इसके फलस्वरूप जहां एक ओर गैंगरेप के प्रकरणों में 5.4 प्रतिशत की कमी आई है, वहीं महिलाओं के विरुद्ध घटित क्रूरता तथा दहेज प्रताडना के अपराधों में 29.6 प्रतिशत की कमी आई है। महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के कारण ही छेडछाड के अपराधों के प्रकरणों में 11.1 प्रतिशत की कमी दृष्टिगत हुई है तथा इसी प्रकार महिलाओं के विरुद्ध कुल होने वाले अपराधों में 1.8 प्रतिशत की कमी आई है। संपत्ति संबंधी अपराधों की समीक्षा में पाया गया कि नकबजनी में 7.56 प्रतिशत की कमी आई है। इसी प्रकार सामान्य चोरी में 2.12 प्रतिशत की कमी परिलक्षित हुई है।
छह माह में घटे 4 फीसदी अपराध
पुलिस द्वारा जारी किए आकड़ों के अनुसार पिछले छह माह में कुल 130698 आईपीसी अपराध घटित हुए। जब कि पिछले वर्ष इसी अवधि में 136650 अपराध घटित हुए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि विगत छह माह में अपराधों में 4.36 प्रतिशत की कमी आई है। इस संबंध में उल्लेखनीय है कि गंभीर अपराधों जैसे हत्या के प्रकरणों में 17.31 प्रतिशत, हत्या के प्रयास में 7.21 प्रतिशत, डकैती में 53.85 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
महिला संबंधी गंभीर अपराधों में आई कमी
विगत छह माह में महिलाओं के विरुद्ध घटित गंभीर अपराधों में भी कमी आई है। बलात्कार सह हत्या के प्रकरणों में 14.3 प्रतिशत की कमी, सामूहिक बलात्कार के प्रकरणों में 5.4 प्रतिशत की कमी, बलात्कार के प्रयासों में 35.7 प्रतिशत की कमी, दहेज हत्या में 10.7 प्रतिशत की कमी, दहेज प्रताड़ना में 11.7 प्रतिशत की कमी आई है।
अजा और अजजा के प्रति गंभीर अपराधों में आई भारी कमी
विगत छह माह में अनुसूचित जाति (एससी) एवं अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध घटित गंभीर अपराधों में विगत छह माहों में पिछली अवधि की तुलना में भारी कमी आई है, जैसे हत्या के प्रकरणों में गत वर्ष की तुलना में 35.3 प्रतिशत की कमी तथा हत्या के प्रयास में 20.3 प्रतिशत की कमी आई है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते छह माह में महिला अपराधों में कमी आई है। यह दावा प्रदेश की पुलिस ने किया है। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा आकड़े भी जारी किए गए हैं।
राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो (एससीआरबी) पुलिस मुख्यालय, भोपाल द्वारा दिसंबर 2023 से 15 मई 2024 तक हुए अपराधों की समीक्षा की गई। इस अवधि की पिछले वर्ष से तुलना करने पर न सिर्फ कुल आईपीसी अपराधों में कमी आई है, बल्कि विभिन्न प्रकार के गंभीर अपराध, महिलाओं के विरुद्ध अपराध तथा अनुसुचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध अपराधों में भी कमी आई है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में जीरो टोलरेंस की नीति अपनाकर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। इसके फलस्वरूप जहां एक ओर गैंगरेप के प्रकरणों में 5.4 प्रतिशत की कमी आई है, वहीं महिलाओं के विरुद्ध घटित क्रूरता तथा दहेज प्रताडना के अपराधों में 29.6 प्रतिशत की कमी आई है। महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के कारण ही छेडछाड के अपराधों के प्रकरणों में 11.1 प्रतिशत की कमी दृष्टिगत हुई है तथा इसी प्रकार महिलाओं के विरुद्ध कुल होने वाले अपराधों में 1.8 प्रतिशत की कमी आई है। संपत्ति संबंधी अपराधों की समीक्षा में पाया गया कि नकबजनी में 7.56 प्रतिशत की कमी आई है। इसी प्रकार सामान्य चोरी में 2.12 प्रतिशत की कमी परिलक्षित हुई है।
छह माह में घटे 4 फीसदी अपराध
पुलिस द्वारा जारी किए आकड़ों के अनुसार पिछले छह माह में कुल 130698 आईपीसी अपराध घटित हुए। जब कि पिछले वर्ष इसी अवधि में 136650 अपराध घटित हुए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि विगत छह माह में अपराधों में 4.36 प्रतिशत की कमी आई है। इस संबंध में उल्लेखनीय है कि गंभीर अपराधों जैसे हत्या के प्रकरणों में 17.31 प्रतिशत, हत्या के प्रयास में 7.21 प्रतिशत, डकैती में 53.85 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
महिला संबंधी गंभीर अपराधों में आई कमी
विगत छह माह में महिलाओं के विरुद्ध घटित गंभीर अपराधों में भी कमी आई है। बलात्कार सह हत्या के प्रकरणों में 14.3 प्रतिशत की कमी, सामूहिक बलात्कार के प्रकरणों में 5.4 प्रतिशत की कमी, बलात्कार के प्रयासों में 35.7 प्रतिशत की कमी, दहेज हत्या में 10.7 प्रतिशत की कमी, दहेज प्रताड़ना में 11.7 प्रतिशत की कमी आई है।
अजा और अजजा के प्रति गंभीर अपराधों में आई भारी कमी
विगत छह माह में अनुसूचित जाति (एससी) एवं अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध घटित गंभीर अपराधों में विगत छह माहों में पिछली अवधि की तुलना में भारी कमी आई है, जैसे हत्या के प्रकरणों में गत वर्ष की तुलना में 35.3 प्रतिशत की कमी तथा हत्या के प्रयास में 20.3 प्रतिशत की कमी आई है।