निष्क्रिय कार्यकर्ताओं की जानकारी जुटाने लगा संगठन
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लोकसभा सीटों की समीक्षा कर बता रहे चुनावी रणनीति
भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा की ज्वाइनिंग टोली ने बड़ी संख्या में कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता तो दिला दी, मगर अब संगठन को अपने नेताओं की चिंता सताने लगी है। संगठन इसे लेकर गंभीर हुआ है। संगठन ने हर लोकसभा सीट की समीक्षा करते हुए अपने पुराने नेताओं को फीडबैक लेना ष्शुरू कर दिया है। संगठन निश्क्रिय नेताओं की जानकारी जुटा रहा है, ताकि मतदान के पहले इन्हें मनाकर मैदान में सक्रिय किया जाए।
भाजपा में दल-बदल के तहत दूसरे दलों से आ रहे नेताओं को लेकर खुलकर भाजपा नेताओं की नाराजगी तो नजर नहीं आई है, मगर कई स्थानों पर पुराने कार्यकर्ताओं ने मौन रहकर घर बैठने का काम भी ष्शुरू कर दिया है। इस बात की खबर जब संगठन तक पहुंची तो संगठन ने इसका फीडबैक लेना ष्शुरू किया। सूत्रों के अनुसार जब यह जानकारी सही पाई गई तो संगठन की सक्रियता ज्यादा बढ़ी। इसके चलते अब संगठन ने लोकसभा सीटवार समीक्षा करना ष्शुरू किया है। बताया जा रहा है कि अब तक संगठन छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला और बालाघाट संसदीय सीटों की समीक्षा कर चुका है। जल्द ही संगठन पदाधिकारी सतना, गुना, खरगोन, भिंड, धार, रतलाम-झाबुआ और ग्वालियर संसदीय सीटों की समीक्षा करने वाला है। समीक्षा के लिए लोकसभा प्रभारी, जिला अध्यक्ष और संयोजक को राजधानी बुलाया जा रहा है। इनसे पूरे क्षेत्र का फीडबैक लिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो समीक्षा के दौरान लाभार्थी संपर्क अभियान, कांग्रेस को तोड़ने की रणनीति, बूथ को कैसे जीतेंगे के अलावा नाराज और निश्क्रिय कार्यकर्ताओं की जानकारी एकत्रित की जा रही है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि नाराज और निश्क्रिय कार्यकर्ता की जानकारी मिलने पर प्रदेश संगठन पदाधिकारियों को अलावा मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा से सीधी चर्चा कराई जाए। साथ ही चुनावी रणनीति भी उन्हें बताई जा रही है।
भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा की ज्वाइनिंग टोली ने बड़ी संख्या में कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता तो दिला दी, मगर अब संगठन को अपने नेताओं की चिंता सताने लगी है। संगठन इसे लेकर गंभीर हुआ है। संगठन ने हर लोकसभा सीट की समीक्षा करते हुए अपने पुराने नेताओं को फीडबैक लेना ष्शुरू कर दिया है। संगठन निश्क्रिय नेताओं की जानकारी जुटा रहा है, ताकि मतदान के पहले इन्हें मनाकर मैदान में सक्रिय किया जाए।
भाजपा में दल-बदल के तहत दूसरे दलों से आ रहे नेताओं को लेकर खुलकर भाजपा नेताओं की नाराजगी तो नजर नहीं आई है, मगर कई स्थानों पर पुराने कार्यकर्ताओं ने मौन रहकर घर बैठने का काम भी ष्शुरू कर दिया है। इस बात की खबर जब संगठन तक पहुंची तो संगठन ने इसका फीडबैक लेना ष्शुरू किया। सूत्रों के अनुसार जब यह जानकारी सही पाई गई तो संगठन की सक्रियता ज्यादा बढ़ी। इसके चलते अब संगठन ने लोकसभा सीटवार समीक्षा करना ष्शुरू किया है। बताया जा रहा है कि अब तक संगठन छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला और बालाघाट संसदीय सीटों की समीक्षा कर चुका है। जल्द ही संगठन पदाधिकारी सतना, गुना, खरगोन, भिंड, धार, रतलाम-झाबुआ और ग्वालियर संसदीय सीटों की समीक्षा करने वाला है। समीक्षा के लिए लोकसभा प्रभारी, जिला अध्यक्ष और संयोजक को राजधानी बुलाया जा रहा है। इनसे पूरे क्षेत्र का फीडबैक लिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो समीक्षा के दौरान लाभार्थी संपर्क अभियान, कांग्रेस को तोड़ने की रणनीति, बूथ को कैसे जीतेंगे के अलावा नाराज और निश्क्रिय कार्यकर्ताओं की जानकारी एकत्रित की जा रही है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि नाराज और निश्क्रिय कार्यकर्ता की जानकारी मिलने पर प्रदेश संगठन पदाधिकारियों को अलावा मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा से सीधी चर्चा कराई जाए। साथ ही चुनावी रणनीति भी उन्हें बताई जा रही है।