जल्दी पैसा कमाने साइबर अपराध अपना रहे छोटे अपराधी
साइबर क्राइम सेल के अधिकारियों ने किया खुलासा
भोपाल। शहर में चेन-स्नैचिंग, पिक-पॉकेटिंग और पर्स स्नैचिंग में लगे छोटे अपराधियों ने जल्दी पैसा कमाने के लिए अब साइबर अपराध को अपना लिया है। जहां यात्रा करने वाले या सार्वजनिक स्थानों पर जाने वाले लोगों के लिए यह खबर राहत देने वाली है। वहीं यह अपराधियों द्वारा अपनाए जा रहे नए तौर-तरीकों से लड़ने के लिए सतर्क रहने की चेतावनी भी है।
साइबर क्राइम सेल के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, यह खुलासा साइबर अपराध से जुड़े मामलों में शहर से पकड़े गए कई अपराधियों ने किया है। सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर सेल) सुजीत तिवारी ने बताया कि शहर की साइबर विंग ने 2023 में कुल 213 साइबर बदमाशों पर हाथ डाला था। इनमें से 95 को शहर से ही गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें साइबर क्राइम ने भर्ती किया था। अन्य राज्यों में स्थित गिरोह इससे पता चलता है कि शहरवासियों को ठगने वाले 44 फीसदी साइबर बदमाश भोपाल के ही हैं। इस दौरान जब उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने कहा कि उनका रुझान साइबर अपराधों की ओर हो गया है क्योंकि शहर के लोग चेन-स्नैचिंग, पर्स स्नैचिंग और पिक-पॉकेटिंग जैसी घटनाओं को लेकर सतर्क हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि जींस के बढ़ते चलन के साथ, पॉकेटमारी एक कठिन मामला बन गया है और पॉकेटमारी के प्रयास को अंजाम देते ही इसे पहनने वाले व्यक्ति को तुरंत इसका एहसास हो जाता है। परिवहन के सार्वजनिक साधनों में भीड़ एक और मुद्दा था, जिसके कारण आरोपियों को जेबतराशी छोड़नी पड़ी।