हल्द्वानी: सीएम धामी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश, एडीजी को प्रभावित इलाके में भेजा
देहरादून. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में हल्द्वानी में हुई हिंसा के मामले में एडीजी कानून और व्यवस्था के साथ ही तमाम अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एडीजी कानून और व्यवस्था ए.पी अंशुमान को प्रभावित क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने अवैध निर्माण को हटाए जाने के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों पर हुए हमले तथा क्षेत्र में अशान्ति फैलाने की घटना को सख्ती से लेते हुए अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त करवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिलाधिकारी नैनीताल से निरंतर समन्वय बनाकर रखें।
उन्होंने एडीजी कानून व्यवस्था और जिलाधिकारी नैनीताल को घटना के दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही कर क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा आगजनी और पथराव करने वाले एक – एक दंगाई की पहचान कर उन पर कारवाई की जाय। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों पर सख्त से सख्त करवाई की जाय। इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव/ एडीजी अमित सिन्हा, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, अपर सचिव जे. सी कांडपाल उपस्थित थे।
बता दें, हल्द्वानी के चर्चित बनभूलपुरा में सरकारी भूमि पर बने अवैध मदरसा व नमाज स्थल को ध्वस्त करने गई पुलिस, प्रशासन व नगर निगम की टीम पर पथराव कर दिया गया था। इस दौरान उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने में आग लगा दी। वहां खड़े पुलिस व मीडियाकर्मियों के दर्जनों वाहन पेट्रोल बम से जला डाले। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह थाने से भागकर जान बचाई। बवाल में देर रात दो बजे तक छह लोगों की मौत की सूचना है। हालांकि, पुलिस-प्रशासन दो लोगों की मौत होने की बात कह रहा है। नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने घटना को लेकर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि अभी तक आधिकारिक जानकारी के मुताबिक दो लोगों की मौत हुई है। बवाल में महिला एसडीएम व एसपी समेत करीब 250 से अधिक लोग चोटिल हुए।