घाटी में आतंकियों से सख्ती के साथ निपटने केंद्र बना रहा फुलप्रूफ प्लान, विलेज स्तर पर ऐसे होगा सुरक्षा तंत्र मजबूत
जम्मू में आतंकी हमलों (Jammu Terrorist Attack) के बाद अब इससे और सख्ती के साथ निपटने के लिए केंद्र सरकार (Cenrtral Government) ने एक और बड़ा कदम उठाया है. केंद्र सरकार जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने को लेकर विलेज डिफेंस गार्ड स्कीम (Village Defense Guard Scheme) को और मजबूत करने की तैयारी में है. केंद्र ने इस साल 15 अगस्त पर गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की पहल पर इस स्कीम को शुरू किया था.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक वर्तमान समय में जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में विलेज गार्ड स्कीम के तहत करीब 4500 कमेटियां काम कर रही हैं. हर कमेटी में करीब 15 सदस्यों को शामिल किया गया है. लेकिन कल के आतंकी हमलों (Terrorist Attacks)के बाद इन कमेटियों और कमेटी के सदस्यों की संख्या को बढ़ाने का फैसला किया गया है. इस योजना के अंतर्गत इनकी संख्या को बढ़ाने के फैसले को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ अधिकारियों को इस पूरे प्लान को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस योजना के तहत कमेटी के सदस्यों को अत्याधुनिक ट्रेनिंग भी दी जाएगी. इनके संचालन के लिए उचित कानूनी प्रावधान भी मुहैया करवाए जाएंगे. इन सभी कमेटी के संचालक सीधे जिला उपायुक्त को रिपोर्ट कर सकेंगे.
आधिकारिक सूत्रों की माने तो इस योजना के अंतर्गत राजौरी, किश्तवाड़, डोडा, उधमपुर, बारामुला, कुपवाड़ा में सभी कमेटियां का काम कर रही हैं. आने वाले समय में इनको और मजबूत बनाने पर काम किया जा रहा है. इस स्कीम के तहत सीमावर्ती गांव के चुनिंदा लोगों को आत्मरक्षा के लिए जो ट्रेनिंग दी जा रही है उसके तहत स्थानीय नागरिकों को और ज्यादा सुविधा मुहैया करवाई जाएंगी. इस सुविधा में आर्म्ड ट्रेनिंग, स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय और पेशेवर सैन्य अधिकारियों के साथ संवाद जैसे खास कदम शामिल किए गए हैं.
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राजौरी (Rajouri Terror Attack) में कल सोमवार को दूसरे दिन भी आतंकियों ने हमला किया था. वहीं खुफिया सूत्रों ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान अपनी ही चाल में फंस गया है. अब वह हताशा में जम्मू-कश्मीर समेत कुछ और शहरों में बड़े हमले करवा सकता है. आम लोगों पर फायरिंग के अलावा आईईडी/ ग्रेनेड हमलों (IED/Grenade Blast) और बम धमाकों की साजिश रच रहा है.
पिछले एक माह के दौरान में आतंकवादी हमलों और मुठभेड़ में 40 पाकिस्तानी सेना के जवान और अधिकारी मारे जा चुके हैं. इसके बाद खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि पाकिस्तान अपने बुने जाल में फंसने के बाद अपनी जनता का ध्यान भटकाने के लिए भारत में बड़े हमलों का प्लान बना रहा है. पाकिस्तानी फौज को जनता का हीरो माना जाता है. पाकिस्तानी सेना के जवान अपने ही बनाए आतंकवादियों के हाथों मारे जा रहे हैं.