पुरानी पेंशन को लेकर स्थिति स्पष्ट करे सरकार
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भोपाल। पुरानी पेंशन योजना को लेकर कर्मचारियों में असमंजस है। कर्मचारियों का कहना है कि हाल ही में लोकसभा में केन्द्रीय मंत्री पंकज चौधरी के बयान के बाद से कर्मचारी इसे लेकर चिंतित है। सरकार को भ्रम की स्थिति को स्पश्ट करना चाहिए।
’तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने जानकारी में बताया कि मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में पुरानी पेंशन लागू करने की मांग बड़े जोर-जोर से की जा रही है। छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हिमाचल झारखंड जैसे राज्यों ने पुरानी पेंशन लागू करने के साथ 2005 से नई पेंशन स्कीम में काटे गए पैसे को केंद्र से वापस लेने हेतु प्रस्ताव दिया गया जिसे केंद्र सरकार द्वारा अमान्य कर दिया गया है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री के अनुसार यह पैसा वापस नहीं लौटाया जा सकता। तिवारी ने कहा ऐसा होने से इन राज्यों में भारी परेशानी उत्पन्न होगी और आने वाले समय में अन्य राज्य भी पुरानी पेंशन लागू करने से बचेंगे पांच राज्यों के हुए चुनाव में भाजपा सरकार द्वारा सरकार बनने से कर्मचारियों में पुरानी पेंशन को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। अन्य राज्यों में भी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने के जल्दी आसार नजर नहीं आ रहे। लोकसभा में भी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा है पुरानी पेंशन (ओ पी एस) लागू करने का कोई प्रकरण विचाराधीन नहीं है, इससे कर्मचारियों में भारी निराशा उत्पन्न हो गई है। तिवारी ने कहा है कि केंद्र से लेकर सभी राज्यों में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करना चाहिए पुरानी पेंशन कर्मचारियों का वृद्धावस्था का बहुत बड़ा शहर होती है उसके परिवार की बहुत बड़ी जिम्मेदारियां का निर्वाहन पुरानी पेंशन के तहत मिलने वाली राशि से होता है।
’तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने जानकारी में बताया कि मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में पुरानी पेंशन लागू करने की मांग बड़े जोर-जोर से की जा रही है। छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हिमाचल झारखंड जैसे राज्यों ने पुरानी पेंशन लागू करने के साथ 2005 से नई पेंशन स्कीम में काटे गए पैसे को केंद्र से वापस लेने हेतु प्रस्ताव दिया गया जिसे केंद्र सरकार द्वारा अमान्य कर दिया गया है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री के अनुसार यह पैसा वापस नहीं लौटाया जा सकता। तिवारी ने कहा ऐसा होने से इन राज्यों में भारी परेशानी उत्पन्न होगी और आने वाले समय में अन्य राज्य भी पुरानी पेंशन लागू करने से बचेंगे पांच राज्यों के हुए चुनाव में भाजपा सरकार द्वारा सरकार बनने से कर्मचारियों में पुरानी पेंशन को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। अन्य राज्यों में भी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने के जल्दी आसार नजर नहीं आ रहे। लोकसभा में भी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा है पुरानी पेंशन (ओ पी एस) लागू करने का कोई प्रकरण विचाराधीन नहीं है, इससे कर्मचारियों में भारी निराशा उत्पन्न हो गई है। तिवारी ने कहा है कि केंद्र से लेकर सभी राज्यों में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करना चाहिए पुरानी पेंशन कर्मचारियों का वृद्धावस्था का बहुत बड़ा शहर होती है उसके परिवार की बहुत बड़ी जिम्मेदारियां का निर्वाहन पुरानी पेंशन के तहत मिलने वाली राशि से होता है।