कांग्रेस का बिगड़ गया राज्यसभा का गणित
अब एक ही सीट पर रहेगा कब्जा
भोपाल। विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस को एक और करारा झटका लगा है। राज्यसभा में उसकी सीटें अब कम हो जाएंगी। अप्रैल माह में रिक्त हो रही पांच सीटों में से अब भाजपा के पक्ष में चार और कांग्रेस के पक्ष में एक ही सीट रह जाएगी।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को 163 और कांग्रेस को 66 सीटें मिली है। राज्यसभा सदस्य के चुनाव के लिए एक सीट के लिए 39 विधायकों के वोट की आवश्यकता होती है। इस लिहाज से कांग्रेस एक सीट पर तो आसानी से जीत हासिल कर सकेगी, मगर दूसरी सीट उसे हासिल नहीं हो पाएगी। गौरतलब है कि अप्रैल में मध्यप्रदेश से राज्यसभा की पांच सीटें रिक्त हो रही है। इन पांच सीटों में से भाजपा के पक्ष में तीन और कांग्रेस के पक्ष में एक सीट जाना तय माना जा रहा है। जबकि पांचवीं सीट के लिए दोनों ही दलों को मशक्कत करनी पड़ सकती है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल में भाजपा के अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान और डा. एल.मुरुगन का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। जबकि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल का कार्यकाल भी अप्रैल में पूरा हो रहा है।d