दो विधायको के इस्तीफे हुए स्वीकार
0
त्रिपाठी, बिरला ने दिए थे इस्तीफे
भोपाल। चुनाव के पहले वर्तमान दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और सचिन बिरला ने विधायक पद से इस्तीफा दिया था। विधानसभा सचिवालय ने दोनों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। विधानसभा सचिवालय द्वारा इस फैसले का राजपत्र प्रकाशित कर दिया गया है।
मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था, इसके चलते उन्होंने अपने बनाई पार्टी के प्रत्याशी के रूप में मैहर से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। नामांकन भरने के पहले त्रिपाठी ने विधानसभा सचिवालय को अपना इस्तीफा भेज दिया था। इसी तरह खंडवा संसदीय सीट पर लोकसभा के लिए हुए उपचुनाव में बड़वाह विधायक सचिन बिरला कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में ष्शामिल हो गए थे। मगर उन्होंने भाजपा की सदस्यता नहीं ली थी। हालांकि कांग्रेस ने इसे लेकर विधानसभा आवेदन देकर सदस्यता समाप्त करने की बात कही थी, मगर कानूनी पेंच में यह मामला उलझा इसके चलते कांग्रेस बिरला की सदस्यता समाप्त नहीं करा पाई थी। बाद में बिरला ने विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भाजपा ने उन्हें बड़वाह से प्रत्याशी बनाया था। अब विधानसभा सचिवालय ने इन दोनां ही विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। विधानसभा सचिवालय द्वारा अपने इस फैसले का राजपत्र भी प्रकाशित कर दिया गया है। वहीं त्यागपत्र स्वीकार होने के बाद परिणाम आने तक दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में अभी स्थान खाली रहेगा।
भोपाल। चुनाव के पहले वर्तमान दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और सचिन बिरला ने विधायक पद से इस्तीफा दिया था। विधानसभा सचिवालय ने दोनों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। विधानसभा सचिवालय द्वारा इस फैसले का राजपत्र प्रकाशित कर दिया गया है।
मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था, इसके चलते उन्होंने अपने बनाई पार्टी के प्रत्याशी के रूप में मैहर से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। नामांकन भरने के पहले त्रिपाठी ने विधानसभा सचिवालय को अपना इस्तीफा भेज दिया था। इसी तरह खंडवा संसदीय सीट पर लोकसभा के लिए हुए उपचुनाव में बड़वाह विधायक सचिन बिरला कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में ष्शामिल हो गए थे। मगर उन्होंने भाजपा की सदस्यता नहीं ली थी। हालांकि कांग्रेस ने इसे लेकर विधानसभा आवेदन देकर सदस्यता समाप्त करने की बात कही थी, मगर कानूनी पेंच में यह मामला उलझा इसके चलते कांग्रेस बिरला की सदस्यता समाप्त नहीं करा पाई थी। बाद में बिरला ने विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भाजपा ने उन्हें बड़वाह से प्रत्याशी बनाया था। अब विधानसभा सचिवालय ने इन दोनां ही विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। विधानसभा सचिवालय द्वारा अपने इस फैसले का राजपत्र भी प्रकाशित कर दिया गया है। वहीं त्यागपत्र स्वीकार होने के बाद परिणाम आने तक दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में अभी स्थान खाली रहेगा।