ड़ेढ़ माह में माननियों ने खर्च कर दिए ढ़ाई सौ करोड़
विधायक निधि, स्वेच्छानुदान के लिए नए विधायकों को करना होगा तीन माह इंतजार
भोपाल। विधानसभा के नए निर्वाचित विधायकों को विधायक निधि और स्वेच्छानुदान मद की राशि के लिए नए वित्तीय वर्श तक इंतजार करना होगा। अगली सरकार के बजट प्रस्तुत करने के बाद ही ये विधायक राशि का उपयोग कर सकेंगे।
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के पहले वर्तमान विधायकों ने डेढ़ माह में ढ़ाई सौ करोड़ रूपए से ज्यादा की विधायक निधि और स्वेच्छानुदान से खर्च कर दिए हैं। इसके चलते नए विधायकों को विधायक बनने के बाद अगले वित्तीय वर्श तक इस राशि के लिए इंतजार करना होगा। करीब तीन माह तक नए विधायकों को यह राशि नहीं मिल पाएगी। जानकारी के अनुसार विधायक निधि में अभी करीब 150 करोड़ रुपए ष्शेश बचे हैं। यानी एक विधायक के पास करीब 65 लाख और स्वेच्छानुदान के कुल 1.41 करोड़ यानी एक विधायक के पास 61 हजार रुपए ही बचे हैं।
चार को बुलाई बैठक
तीन दिसंबर को मतगणना होने के बाद विधानसभा सचिवालय ने नए विधायकों के स्वागत की तैयारियां भी ष्शुरू कर दी है। चार नवंबर को विधानसभा सचिवालय में बैठक बुलाई गई है। वहीं, स्वागत कक्ष बनाया जाएगा। यहां पर नए विधायकों के निर्वाचन प्रमाण पत्र जमा होंगे। इसके बाद उनके परिचय पत्र बनाए जाएंगे। उनके बैंक खाते खोलने से लेकर उनके ई-मेल आईडी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।