उत्तराखंड टनल हादसा: आज सुरंग से बाहर निकल सकते हैं मजदूर, 12 मीटर की ड्रिलिंग बची
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बन रही सुरंग में बीते 12 नवंबर से फंसे मजदूरों को आज सुबह बाहर निकाला जा सकता है. रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण में पहुंच चुका है. गुरुवार सुबह से लेकर शाम तक किसी भी वक्त मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है. मजदूरों के बाहर आते ही सबसे पहले उनका मेडिकल चेकअप किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मलबे के बीचों बीच से 45 मीटर चौड़ी पाइप को डाल दिया गया है. अब पाइप को मजदूरों तक पहुंचने में कुछ ही दूरी बची है.
जोजिला टनल के परियोजना प्रमुख और बचाव दल के सदस्यों में से एक हरपाल सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह 8 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो सकता है. अब मात्र कुछ ही मीटर की ड्रिलिंग बची हुई है. मजदूरों से पाइप की दूरी मात्र 12 मीटर बची हुई है. मलबे में की गई ड्रिलिंग में स्टील की पाइप डाली गई है. देर रात बचाव टीम ड्रिलिंग का काम कर रही थी तभी लोहे की संरचना वाली कठोर चीज ने रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया था. लोहे की संरचना को रास्ते से हटाने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल रखा है.
ऑगर मशीन से तेजी के साथ ड्रिलिंग की जा रही है. इससे पहले बीते सोमवार को मजदूरों तक 6 इंच की एक पाइप डाली गई थी. उस पाइप से खाने पीने की सामग्री पहुंचाई जा रही है. जैसे ही रेस्क्यू वाली पाइप मजदूरों तक पहुंचेगी. इसी पाइप की मदद से चलकर बाहर आ जाएंगे. बाहर आने के बाद तुरंत उन्हें मेडिकल कैंप में चेकअप के लिए भर्ती किया जाएगा. केंद्र और राज्य सरकार की टीमें मजदूरों को बचाने में जुटी हुई हैं. बीते दिनों सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी उत्तरकाशी के सिल्क्यारा पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया था. तब उन्होंने कहा था कि ऑगर मशीन से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है. दो से ढाई दिन में हम मजदूरों तक पहुंच सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते बुधवार को उत्तरखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली. पीएम मोदी इस घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. मंगलवार को मजदूरों तक पहुंचाई गई 6 इंच वाली पाइप की मदद से भेजे गए एंडोस्कोपिक कैमरे से मजदूरों से संचार स्थापित किया गया था.