Fukrey 3 Review: फुकरे फिर से एंटरटेनमेंट के ट्रिपल डोज के साथ लौटे, हो जाएंगे लोटपोट
Movie Review- फुकरे 3
कलाकार- पंकज त्रिपाठी , ऋचा चड्ढा , पुलकित सम्राट , वरुण शर्मा , मनजोत सिंह और अली फजल
लेखक- विपुल विग
निर्देशक- मृगदीप सिंह लांबा
निर्माता- फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी
रिलीज- 29 सितंबर 2023
रेटिंग- 3/5
थिएटर में जाकर खिलखिलाकर हंसने के लिए ‘फुकरे 3’ जरूर देखनी चाहिए. ये कहानी फिर एक बार पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा, मनजोत सिंह और ऋचा चड्ढा के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने थिएटर में लौट आई है और उनकी ही भाषा में कहे, तो फिल्म देखने से पहले एक ‘देजा चू’ हो गया था कि ये फिल्म हमें निराश नहीं करेगी. अब ‘देजा चू’ तो सच होना ही था. हम तो सिर्फ यही कहेंगे कि फुकरे, तुम बड़े मजाकियां हो. तो आइये एक नजर डालते हैं, पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा, मनजोत सिंह और ऋचा चड्ढा की फिल्म ‘फुकरे 3’ पर.
कहानी- फिल्म ‘फुकरे 3’ की कहानी वहीं से शुरू होती है जहां पर ‘फुकरे रिटर्न्स’ की कहानी खत्म हुई थी। फुकरे गिरोह ने जनता स्टोर खोला था, लेकिन वह स्टोर ठीक से नहीं चलता है। भोली पंजाबन गैंगस्टर से राजनेता बन गई हैं और चुनाव लड़ रही हैं। जैसे कि आमतौर पर होता ही है, भोली पंजाबन के चुनाव का वित्तीय प्रबंधन एक माफिया करने को राजी होता है क्योंकि उसे इलेक्शन में इनवेस्टमेंट पर मोटा रिटर्न दिखाई देने लगता है। भोली पंजाबन को पंडित जी से सबसे ज्यादा आस है। वहीं, चुनाव अभियान के दौरान चूचा आम जनता के बीच लोकप्रिय बन जाता है। हनी, लाली और पंडित को लगता है कि अगर भोली पंजाबन चुनाव जीत गई तो वह अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर सकती है। इसलिए भोली पंजाबन को हराने के लिए तीनों चूचा को भी चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी करते हैं। लेकिन, पॉलिटिक्स आसान गेम नहीं है। इसके बाद जो होता है वहीं मामला असली ट्विस्ट एंड टर्न लेता है।
फिल्म ‘फुकरे 3’ पूरी तरह से पंडित और चूचा की कहानी है। पंडित की भूमिका में पंकज त्रिपाठी ने अपने सहज अभिनय से काफी प्रभावित किया है। वह अंग्रेजी की पंच लाइन इतनी सहजता से बोलते है कि सुनकर हंसी आ ही जाती है। और, इस दौरान उनके चेहरे के जो भाव हैं, वही असल अभिनय है। पंकज त्रिपाठी ने अपनी पिछली फिल्म ‘ओएमजी 2’ में जो असर छोड़ा था, फिल्म ‘फुकरे 3’ उसी का जमना पार तक का एक्सटेंशन है। चूचा की भूमिका मे वरुण शर्मा ने भी पंकज त्रिपाठी को बराबर की टक्कर दी है। किसी हास्य कलाकार पर किसी हिंदी फिल्म का इस तरह से आश्रित होना बहुत कम देखने को मिलता है। चूचा की ये परफॉरमेंस जॉनी वॉकर, महमूद जैसे सितारों की याद दिलाती है।