गरीब का दुख दर्द दूर करना हमारी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना आवास योजना का किया शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के हर गरीब परिवार का दुख दर्द दूर करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को रोटी के बाद मकान की जरूरत होती है, हम प्रयास कर रहे हैं कि भले ही छोटा ही सही पर हर व्यक्ति के पास उसका अपना मकान हो।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज राजधानी भोपाल में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में हुए लाड़ली बहना आवास योजना के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में का शुभारंभ करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने 15 सितम्बर को आरंभ की गई गैस सिलेंडर रिफिलिंग योजना के अन्तर्गत शर्मिला बाई और संगीता सोलंकी का पंजीयन भी कराया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एक नई क्रांति का शुभारंभ हो रहा है। मेरा सपना है कि कोई भाई बहन टूटी फूटी झोंपड़ी में न रहे। छोटा ही सही सबका अपना पक्का मकान हो। इसी उद्देश्य से मुख्यमंत्री लाड़ली बहना आवास योजना बनाई गई है। जो परिवार आवास योजनाओं में छूट गए हैं, उन्हें इस योजना में आवास उपलब्ध कराया जाएगा। प्रदेश में दौरे के दौरान अक्सर बहनें मकान की मांग करती थीं। गरीब बहन बेटियों के दुख-दर्द दूर करना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह वास्तविकता है कि रोटी के बाद मकान हर परिवार की सबसे बड़ी जरूरत है। गरीब परिवारों को अपना मकान उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी उद्देश्य से मुख्यमंत्री भू-आवास योजना भी चलाई गई। गांव में जिनके पास रहने की जमीन नहीं है, उन्हें पट्टें उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में हर गरीब के पास रहने की जमीन का टुकड़ा होगा। कई स्थानों पर माफिया से छुड़ाई गई भूमि पर गरीबों को बसाया जा रहा है। शहरों में यदि जमीन की कमी हुई तो बहु मंजिला मकान बनाकर दिए जाएंगे।
विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया गया। राजधानी के रवीन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी और मोची ये सब आधुनिक भारत के विश्वकर्मा हैं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ उठाकर ये अपनी आने वाली पीढ़ियों तक अपना हुनर पहुंचा पाएंगे। इन्हें अपना व्यवसाय करने के लिए लोन दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेंड भी दिया जाएगा।