लोकसभा क्षेत्रों में सक्रिय होंगे पर्यवेक्षक, सौंपी जिम्मेदारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के निवास पर हुई बैठक
भोपाल। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के लोकसभा क्षेत्रां के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों की आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर बैठक हुई। इस बैठक में पर्यवेक्षकों को उनके लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई। ये पर्यवेक्षक लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचकर उनके अंतर्गत आने वाली सभी विधानसभा सीटों पर सक्रियता बढ़ाएंगे।
विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में प्रत्याशियों की सूची जारी करने के पहले मैराथन बैठकों का दौर चल रहा है। इसके चलते आज प्रदेश की सभी 29 लोकसभी सीटों के लिए नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों की बैठक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर हुई। इस बैठक पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला मुख्य रूप से मौजूद रहे। बैठक में पर्यवेक्षकों ने लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति पर वरिष्ठ नेताओं को रिपोर्ट भी दी हैं। बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि आज पर्यवेक्षकों की बैठक हुई है। सभी से चर्चा की है सबको समझाया है कि किसका क्या दायित्व है। यह सब जाकर एक-एक जिले में काम करेंगे। एक-एक विधानसभा लोकसभा क्षेत्र में काम करेंगे। कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची को लेकर कमलनाथ ने कहा जब हमें उचित लगेगा हम लिस्ट जारी करेंगे। यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि अब कांग्रेस जल्द ही अपनी पहली सूची जारी कर सकती है।
बच्चों के पोषण पर भारी है भ्रष्टाचार की भूख
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि शिवराज जी सिर्फ़ अपने पोषण में लगे हुए हैं और प्रदेश के नौनिहाल कुपोषण से मृत्यु का शिकार हो रहे हैं। शिवपुरी ज़िले के पटपरी गांव में दो आदिवासी बच्चियों की कुपोषण से मृत्यु का हृदय विदारक समाचार गंभीर चिंता का विषय है। कुपोषण से मृत्यु शासन व्यवस्था पर कलंक के समान है। कुपोषण को लेकर शिवराज सरकार की उदासीनता इस बात से समझी जा सकती है कि पटपरी गांव में आंगनबाड़ी भवन और पोषण आहार वितरण की व्यवस्था तक नहीं है। भाजपा की भ्रष्टाचार की भूख बच्चों के पोषण पर भारी है। कमीशन और भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी भाजपा की सरकार से जनहित और आदिवासी कल्याण की उम्मीद करना बेमानी है