अपने आचरण, व्यवहार से बच्चों को प्रेरित करें शिक्षक
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राज्यपाल ने प्रदेश के शिक्षकों को किया सम्मानित
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि प्राप्त सम्मान की गरिमा बनाए रखना सम्मानित शिक्षकों का दायित्व है। शिक्षक बच्चों को जो भी सिखाते हैं, उसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करें। उन्हें अपने आचरण और व्यवहार से बच्चों को प्रेरित और प्रोत्साहित करें। उनमें सदाचार, व्यवहार एवं संस्कार के बीज रोपित करे। उन्हें बताएं कि आचरण एवं व्यवहार जीवन में असफलता का आधार है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी भोपाल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को माता-पिता और राष्ट्र की सेवा के संस्कार दे। पटेल ने कहा कि तक्षशिला और नालंदा जैसे विश्व प्रसिद्ध विद्यापीठ, हमारी गौरवशाली धरोहर हैं। दुनिया भर के लोग शिक्षा प्राप्त करने भारत आते थे। उन्होंने शिक्षकों का आहवान किया कि वे भारतीय शिक्षा के प्राचीन गौरव की पुनर्स्थापना के लिए संकल्पित हों।
राज्यपाल ने कहा कि यह शिक्षकों की महती जिम्मेदारी है कि राष्ट्र निर्माण के लिए सर्वस्व समर्पण के लिए तत्पर भावी पीढ़ी के निर्माण के लिए एकजुट होकर कार्य करें। शिक्षा और शिक्षण का स्वरूप ऐसा हो जो विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दे। सफलता की चकाचौंध में भी अपने माता-पिता, समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि प्राप्त सम्मान की गरिमा बनाये रखना सम्मानित शिक्षकों का दायित्व है। शिक्षक बच्चों को जो भी सिखाते हैं, उसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करें। उन्हें अपने आचरण और व्यवहार से बच्चों को प्रेरित और प्रोत्साहित करें। उनमें सदाचार, व्यवहार एवं संस्कार के बीज रोपित करे। उन्हें बताये कि आचरण एवं व्यवहार जीवन में सफलता का आधार है।
इन शिक्षकों को किया गया सम्मानित
राज्यपाल ने 14 शिक्षकों को शाल, श्रीफल, प्रशस्ति-पत्र और सम्मान निधि चेक प्रदान कर सम्मानित किया। प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के 8 और हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के 6 शिक्षक सम्मानित हुए। राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित प्रदेश के 3 शिक्षकों और शैक्षिक संगोष्ठी में चयनित प्रथम 3 शिक्षक-शिक्षिकाओं का भी सम्मान किया गया। जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया उनमें मनीषा जैन, छिंदवाड़ा, तिलोतमा कटरे, बालाघाट, संध्या तुतवाय, दमोह, शैलेंद्र प्रताप सिंह, सीधी, नमिता दुबे, इंदौर, पूजा पनवार, प्राथमिक शिक्षक, राजगढ़, सुनीता पाठक, ग्वालियर, शरद कुमार पांडे, माध्यमिक शिक्षक, सिंगरौली, विमल कुमार पटेल, माध्यमिक शिक्षक, दमोह, राकेश कुमार शर्मा, मुरैना, राजेश राठौर, उज्जैन, शालिनी, सागर, अजय यादव, बड़वानी और अशोक कुमार सक्सेना, उज्जैन हैं।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि प्राप्त सम्मान की गरिमा बनाए रखना सम्मानित शिक्षकों का दायित्व है। शिक्षक बच्चों को जो भी सिखाते हैं, उसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करें। उन्हें अपने आचरण और व्यवहार से बच्चों को प्रेरित और प्रोत्साहित करें। उनमें सदाचार, व्यवहार एवं संस्कार के बीज रोपित करे। उन्हें बताएं कि आचरण एवं व्यवहार जीवन में असफलता का आधार है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी भोपाल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को माता-पिता और राष्ट्र की सेवा के संस्कार दे। पटेल ने कहा कि तक्षशिला और नालंदा जैसे विश्व प्रसिद्ध विद्यापीठ, हमारी गौरवशाली धरोहर हैं। दुनिया भर के लोग शिक्षा प्राप्त करने भारत आते थे। उन्होंने शिक्षकों का आहवान किया कि वे भारतीय शिक्षा के प्राचीन गौरव की पुनर्स्थापना के लिए संकल्पित हों।
राज्यपाल ने कहा कि यह शिक्षकों की महती जिम्मेदारी है कि राष्ट्र निर्माण के लिए सर्वस्व समर्पण के लिए तत्पर भावी पीढ़ी के निर्माण के लिए एकजुट होकर कार्य करें। शिक्षा और शिक्षण का स्वरूप ऐसा हो जो विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दे। सफलता की चकाचौंध में भी अपने माता-पिता, समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि प्राप्त सम्मान की गरिमा बनाये रखना सम्मानित शिक्षकों का दायित्व है। शिक्षक बच्चों को जो भी सिखाते हैं, उसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करें। उन्हें अपने आचरण और व्यवहार से बच्चों को प्रेरित और प्रोत्साहित करें। उनमें सदाचार, व्यवहार एवं संस्कार के बीज रोपित करे। उन्हें बताये कि आचरण एवं व्यवहार जीवन में सफलता का आधार है।
इन शिक्षकों को किया गया सम्मानित
राज्यपाल ने 14 शिक्षकों को शाल, श्रीफल, प्रशस्ति-पत्र और सम्मान निधि चेक प्रदान कर सम्मानित किया। प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के 8 और हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के 6 शिक्षक सम्मानित हुए। राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित प्रदेश के 3 शिक्षकों और शैक्षिक संगोष्ठी में चयनित प्रथम 3 शिक्षक-शिक्षिकाओं का भी सम्मान किया गया। जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया उनमें मनीषा जैन, छिंदवाड़ा, तिलोतमा कटरे, बालाघाट, संध्या तुतवाय, दमोह, शैलेंद्र प्रताप सिंह, सीधी, नमिता दुबे, इंदौर, पूजा पनवार, प्राथमिक शिक्षक, राजगढ़, सुनीता पाठक, ग्वालियर, शरद कुमार पांडे, माध्यमिक शिक्षक, सिंगरौली, विमल कुमार पटेल, माध्यमिक शिक्षक, दमोह, राकेश कुमार शर्मा, मुरैना, राजेश राठौर, उज्जैन, शालिनी, सागर, अजय यादव, बड़वानी और अशोक कुमार सक्सेना, उज्जैन हैं।