मध्यप्रदेश में एक और जिला बना, मैहर को जिला बनाने की घोषणा
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री ने की घोषणा,
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मैहर को जिला बनाने की घोषणा आज कर दी। जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान आयोजित सभा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मैहर को प्रदेश का 55 वां जिला बनाने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसके पहले छिंदवाड़ा के पांढुर्णा, उज्जैन के नागदा और शिवपुरी के पिछोर को भी नया जिला बनाने की घोषणा कर चुके हैं। जबकि 13 अगस्त को 53वां जिला मऊगंज अस्तित्व में आ चुका है। वहीं आज भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा मैहर पहुंची। इससे पहले मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मैहर को जिला बनाने की घोषणा नहीं कर रहे, आज से ही मां शारदा की नगरी मैहर को जिला बनाने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर रहे हैं।
2018 विस चुनाव के पहले भी की थी घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज ने मैहर को जिला बनाने की घोषणा पहले भी की थी। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले भी उन्होंने मैहर को जिला बनाने की घोषणा की थी। हालांकि भाजपा की सरकार नहीं बन सकी और मुख्यमंत्री अपनी घोषणा पूरी नहीं कर सके। इस प्रस्ताव को कांग्रेस सरकार की कैबिनेट में पास किया गया, लेकिन किन्हीं कारणों से नोटिफिकेशन नहीं आया। अब मुख्यमंत्री ने कार्यवाही शुरू करने की बात कही है।
विधायकों की नाराजगी आई थी सामने
मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा, उज्जैन जिले के नागदा और सतना जिले के मैहर को जिला बनाए जाने की घोशणाओं को लेकर वहां के विधायकों द्वारा कई बार नाराजगी दिखाई गई थी। विधायकों ने खुलकर जिला न बनाए जाने को लेकर नाराजगी जताई और अपनी ही सरकार को घेरा भी। इसके बाद अब कहीं जाकर तीनों शहरों को मुख्यमंत्री द्वारा एक-एक कर जिले बनाए जाने की घोशणा की गई है।
जारी किया राजपत्र
राज्य सरकार ने मैहर को जिला बनाकर एक महीने का वक्त दिया है। इस दौरान दावे-आपत्तियां दर्ज कराई जा सकेंगी। नई व्यवस्था में सतना में रघुराजनगर, मझगवां, नागौद, उचेहरा, रामपुर बाघेलान, बिरसिंहपुर और कोटर तहसीलें शामिल होंगी। इसके कुल 496 पटवारी हल्के सतना जिले में आएंगे। इसी तरह मैहर जिले में मैहर तहसील के साथ ही अमरपाटन और रामनगर को शामिल किया गया है। कुल 234 पटवारी हल्के नए जिले में शामिल होंगे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मैहर को जिला बनाने की घोषणा आज कर दी। जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान आयोजित सभा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मैहर को प्रदेश का 55 वां जिला बनाने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसके पहले छिंदवाड़ा के पांढुर्णा, उज्जैन के नागदा और शिवपुरी के पिछोर को भी नया जिला बनाने की घोषणा कर चुके हैं। जबकि 13 अगस्त को 53वां जिला मऊगंज अस्तित्व में आ चुका है। वहीं आज भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा मैहर पहुंची। इससे पहले मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मैहर को जिला बनाने की घोषणा नहीं कर रहे, आज से ही मां शारदा की नगरी मैहर को जिला बनाने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर रहे हैं।
2018 विस चुनाव के पहले भी की थी घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज ने मैहर को जिला बनाने की घोषणा पहले भी की थी। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले भी उन्होंने मैहर को जिला बनाने की घोषणा की थी। हालांकि भाजपा की सरकार नहीं बन सकी और मुख्यमंत्री अपनी घोषणा पूरी नहीं कर सके। इस प्रस्ताव को कांग्रेस सरकार की कैबिनेट में पास किया गया, लेकिन किन्हीं कारणों से नोटिफिकेशन नहीं आया। अब मुख्यमंत्री ने कार्यवाही शुरू करने की बात कही है।
विधायकों की नाराजगी आई थी सामने
मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा, उज्जैन जिले के नागदा और सतना जिले के मैहर को जिला बनाए जाने की घोशणाओं को लेकर वहां के विधायकों द्वारा कई बार नाराजगी दिखाई गई थी। विधायकों ने खुलकर जिला न बनाए जाने को लेकर नाराजगी जताई और अपनी ही सरकार को घेरा भी। इसके बाद अब कहीं जाकर तीनों शहरों को मुख्यमंत्री द्वारा एक-एक कर जिले बनाए जाने की घोशणा की गई है।
जारी किया राजपत्र
राज्य सरकार ने मैहर को जिला बनाकर एक महीने का वक्त दिया है। इस दौरान दावे-आपत्तियां दर्ज कराई जा सकेंगी। नई व्यवस्था में सतना में रघुराजनगर, मझगवां, नागौद, उचेहरा, रामपुर बाघेलान, बिरसिंहपुर और कोटर तहसीलें शामिल होंगी। इसके कुल 496 पटवारी हल्के सतना जिले में आएंगे। इसी तरह मैहर जिले में मैहर तहसील के साथ ही अमरपाटन और रामनगर को शामिल किया गया है। कुल 234 पटवारी हल्के नए जिले में शामिल होंगे।