सरकार कराए सर्वे, किसानों को मिलना चाहिए मुआवजा
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भोपाल। प्रदेश में सूखे को लेकर सियासी पारा तेज हो चला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज को काफी पूजा करनी होगी। बिजली, रोजगार, भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर भी मुख्यमंत्री को पूजा करनी होगी। प्रदेश में फसल का सर्वे होना चाहिए। सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जी दुनिया के पहले आदमी हैं जो बिजली को भी झटका दे रहे हैं। जब प्रदेश में सामान्य परिस्थितियां थीं तो मुख्यमंत्री यह कहते नहीं थकते थे कि मध्य प्रदेश में सरप्लस बिजली है और आज जब वाकई बिजली की आवश्यकता है तब शिवराज जी ने पूरे प्रदेश और विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र को बिजली कटौती के अंधकार में झोंक दिया है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हम बिजली खरीदना चाहते हैं लेकिन बिजली मिल नहीं रही है। मुख्यमंत्री जी मानसून का पूर्वानुमान अप्रैल से ही आना शुरू हो जाता है। प्रदेश में कम वर्षा होगी इसकी जानकारी कोई सितंबर में नहीं लगी है। आप आग लगने पर कुआं खोदने का अभिनय कर रहे हैं। बिजली संकट अल्प वर्षा के कारण नहीं बल्कि सरकार की लापरवाही, अक्षमता और अदूरदर्शिता के कारण आया है।
सरकार बनने पर हम करेंगे न्याय
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में कल जिस तरह से चयनित पटवारियों को शिवराज सरकार ने पुलिस से लात घूंसों से पिटवाया और बहन बेटियों तक को नहीं छोड़ा और फिर उनमें से बहुत से चयनित पटवारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर दिया, वह सरासर चोरी और सीनाजोरी का मामला दिखता है। पटवारी भर्ती परीक्षा में जिस कॉलेज में सबसे ज्यादा धांधली हुई वह भाजपा से जुड़े विधायक का है। इस घोटाले में सत्ता से जुड़े अन्य लोग भी संदिग्ध हैं, लेकिन इन आरोपियों पर कोई कार्रवाई करने की जगह उन योग्य अभ्यर्थियों के ऊपर जुल्म ढाया जा रहा है और मुकदमे लगाए जा रहे हैं जिन्होंने योग्यता के बल पर परीक्षा पास की। उन्होंने कहा कि मैं चयनित पटवारियों को भरोसा दिलाता हूं कि अगर शिवराज सरकार आपसे मुकदमे वापस नहीं लेती और आपके साथ न्याय नहीं करती तो कांग्रेस सरकार में आपके मुकदमे वापस लिए जाएंगे और आपके साथ न्याय किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जी दुनिया के पहले आदमी हैं जो बिजली को भी झटका दे रहे हैं। जब प्रदेश में सामान्य परिस्थितियां थीं तो मुख्यमंत्री यह कहते नहीं थकते थे कि मध्य प्रदेश में सरप्लस बिजली है और आज जब वाकई बिजली की आवश्यकता है तब शिवराज जी ने पूरे प्रदेश और विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र को बिजली कटौती के अंधकार में झोंक दिया है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हम बिजली खरीदना चाहते हैं लेकिन बिजली मिल नहीं रही है। मुख्यमंत्री जी मानसून का पूर्वानुमान अप्रैल से ही आना शुरू हो जाता है। प्रदेश में कम वर्षा होगी इसकी जानकारी कोई सितंबर में नहीं लगी है। आप आग लगने पर कुआं खोदने का अभिनय कर रहे हैं। बिजली संकट अल्प वर्षा के कारण नहीं बल्कि सरकार की लापरवाही, अक्षमता और अदूरदर्शिता के कारण आया है।
सरकार बनने पर हम करेंगे न्याय
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में कल जिस तरह से चयनित पटवारियों को शिवराज सरकार ने पुलिस से लात घूंसों से पिटवाया और बहन बेटियों तक को नहीं छोड़ा और फिर उनमें से बहुत से चयनित पटवारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर दिया, वह सरासर चोरी और सीनाजोरी का मामला दिखता है। पटवारी भर्ती परीक्षा में जिस कॉलेज में सबसे ज्यादा धांधली हुई वह भाजपा से जुड़े विधायक का है। इस घोटाले में सत्ता से जुड़े अन्य लोग भी संदिग्ध हैं, लेकिन इन आरोपियों पर कोई कार्रवाई करने की जगह उन योग्य अभ्यर्थियों के ऊपर जुल्म ढाया जा रहा है और मुकदमे लगाए जा रहे हैं जिन्होंने योग्यता के बल पर परीक्षा पास की। उन्होंने कहा कि मैं चयनित पटवारियों को भरोसा दिलाता हूं कि अगर शिवराज सरकार आपसे मुकदमे वापस नहीं लेती और आपके साथ न्याय नहीं करती तो कांग्रेस सरकार में आपके मुकदमे वापस लिए जाएंगे और आपके साथ न्याय किया जाएगा।