केंद्र सरकार का बड़ा निर्णय: लड़कियों को स्कूलों में लगेंगे सर्वाइकल कैंसर के टीके
दिल्ली. केंद्र सरकार ने देश में महिलाओं में तेजी से बढऩे वाले सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए सरकार जल्द ही स्कूली स््रतर पर सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करने का निर्णय लिया है. जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की ओर से इस अभियान की शुरुआत खासकर 9 से 14 साल की लड़कियों के लिए स्कूलों में की जाएगी.
बताया जा रहा है कि लड़कियों को स्कूल में ही सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए सर्ववैक वैक्सीन के टीके लगाए जाएंगे. और जो किशोरी स्कूल में यह टीका नहीं लगवा पाएंगी, उनको ये टीका स्वास्थ्य सुविधा केंद्र लगाया जाएगा. सर्ववैक वैक्सीन के टीकाकरण अभियान चलाने का फैसला राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की सिफारिश पर लिया गया है. इस वैक्सीनेशन कार्यक्रम में ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन को शामिल करने की सिफारिश की गई थी.
एक रिपोर्ट के अनुसार इस वैक्सीन को भारत में विकसित किया गया है. ऐसी संभावना है कि भारत में 2023 के मध्य तक स्वदेशी रूप से विकसित इस सर्ववैक वैक्सीन को लगाना शुरू कर दिया जाएगा. भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की ओर से भी वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है. इतना ही नहीं इस वैक्सीन को पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम में इस्तेमाल करने के लिए सरकारी एडवाइजरी पैनल एनटीएजीआई से भी मंजूरी दी जा चुकी है. बताया जाता है कि 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए एक बार का कैच-अप टीका प्रदान किया जाएगा. इसके बाद, इसको 9 साल की बच्चियों को भी दिया जा सकेगा. वहीं भारत में निर्मित एचपीवी वैक्सीन की कीमत 200 रुपये निर्धारित की गई है.
सर्ववैक वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर केंद्रीय शिक्षा सचिव संजय कुमार और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से एक ज्वाइंट लेटर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जारी किया गया है. इन राज्यों व प्रदेशों के स्कूलों में एचपीवी टीकाकरण केंद्रों के आयोजन के लिए उचित निर्देश भी जारी करने का आग्रह किया गया है.
हर सरकारी और निजी स्कूल में कॉर्डिनेशन स्थापित करने के लिए एक नोडल अधिकारी की पहचान करने का आग्रह भी किया है जो कि सामांजस्य स्थापित कर सकें. उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि वैक्सीनेशन एग्टिविटी को लेकर 9-14 साल की लड़कियों की संख्या का एक डेटा तैयार करें. साथ ही पैरेंट्स को पीटीएम के जरिए ज्यादा से ज्यादा इस मामले में जागरूक करें.