आरबीआई से अधिकृत नहीं हैं लोन एप
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा एप संचालित करने वालों को पकड़ें
भोपाल। मध्यप्रदेष की राजधानी भोपाल में आनलाइन एप के चक्कर में एक परिवार द्वारा खुदकुषी किए जाने की घटना को मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लिया। उन्होंने आज राज्य के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस तरह के एप विदेशों से संचालित किए जा रहे हैं। इस तरह के एप आरबीआई से अधिकृत नहीं हैं।
राजधानी में आनलाइन लोन एप के चक्कर में फंस कर एक परिवार के चार लोगों द्वारा खुदकुषी किए जाने के बाद आज प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान ने साइबर क्राइम के संबंधित अधिकारियों की बड़ी बैठक बुलाई। बैठक में राज्य के पुलिस महानिदेषक सुधीर सक्सेना, प्रमुख सचिव गृह राजेश राजौरा, एडीजी आदर्श कटियार, भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी, ओएसडी मुख्यमंत्री अंशुमन सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में भोपाल पुलिस कमिश्नर ने ऑनलाइन लोन एप के बारे में बताया कि बैंक के अलावा अधिकतर लोन एप आरबीआई से से अधिकृत नहीं है। इस तरह के ज्यादातर बैंक एप विदेश से संचालित हो रहे है। इस तरह के ज्यादातर बैंक एप विदेश से संचालित है। अधिकारियों ने बताया कि यह लोन एप कुल लोन की राशि का सिर्फ 60 से 65 प्रतिशत राशि ही अकाउंट में ट्रांसफर करते है। जबकि लोन का ब्याज और मूल राशि 100 प्रतिशत पर वसूल करते है। पुलिस अफसरों ने बताया भारत सरकार ने करीब 90 एप पर प्रतिबंध लगाया है। सचेत पोर्टल भी कार्य कर रहा। रिजर्व बैंक द्वारा कई एप अधिकृत नहीं है, जो लोगों को ऋण दिलाने का काम करें। भोपाल में हुई घटना की गंभीरता से विवेचना की जा रही है।
एप का संचालन करने वालों की करें धरपकड़
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए आवश्यक जन जागरूकता की जरूरत है। इसके लिए एक पृथक कार्य-योजना बना कर अमल किया जाए। जनता को ऑनलाइन ऋण उपलब्ध कराने के ऑफर देने वाले लोगों पर नजर रखी जाए। जिस एप के माध्यम से यह अपराध होते हैं, उनका संचालन करने वालों की धरपकड़ की जाए। यदि स्थानीय लोग इनमें शामिल नहीं हैं और देश के अन्य स्थानों या विदेश से ऐसी अवैध गतिविधियों का संचालन हो रहा हो तो उन तक पहुँचने के लिए दल भी भेजे जाएँ। लोगों को पैसा दिलवाने का लोभ देकर उन्हें ठगने वाले लोगों के विरूद्ध हर व्यक्ति को जागरूक होना चाहिए। पुलिस द्वारा भी इस संबंध में व्यापक अभियान संचालित होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋण के दुष्चक्र में फँसने वाला व्यक्ति विवश होकर आत्महत्या जैसा कदम उठाए, उसके पूर्व प्राप्त शिकायतों पर तत्परता से कार्यवाही की जाए। जागरूकता अभियान व्यापक स्तर पर चलना चाहिए। विशेषकर विद्यालय और महाविद्यालयों में इस संबंध में व्याख्यान भी होना चाहिए ताकि विद्यार्थी ऑनलाइन ऋण प्रदान करने के प्रलोभन से बचें।
जनजागरूकता अभियान चलाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि सायबर क्राइम पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि भोपाल में परिवार के सदस्यों द्वारा आत्महत्या की घटना दर्दनाक है। अपराधी शीघ्र पकड़े जाएं। ऐसे प्रयास हों कि भोपाल और प्रदेश के अन्य स्थानों के नागरिक इस तरह के दुष्चक्र में न फँसे। उन्होंने निर्देष दिए कि आमजन को आवश्यक जानकारियाँ देकर जागरूक बनाएँ। परिवारों को संकट से बचाने के लिए सभी प्रयास करें। सायबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता अभियान बड़े पैमाने पर चलाएं।
सीबीआई से कराएं जांच
मैहर विधायक नारायन त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हाल ही में भोपाल में रीवा निवासी विश्वकर्मा परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या के मामले में ऑनलाइन ठगी करने वाली कंपनियों पर शिकंजा कसने, मामले की जांच सीबीआई से कराने और पीड़ित परिजनों को एक करोड़ की सहायता देने की मांग की।