यूसीसी को कितने लोग समझते हैं, मुख्य मुद्दा है महंगाई, बेरोजगारी
कमलनाथ ने कहा जनता जानती है किसके राज में हुए घोटाले
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यूसीसी को लेकर राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यूसीसी को कितने लोग समझते हैं, मुख्य मुद्दा तो भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी का है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज आम जनता के मुद्दे महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और किसान जैसी चीजें हैं। यूसीसी को समझते ही कितने लोग हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आम जनता से पूछा जाना चाहिए कि उनमें से कितने लोगों को इस बारे में जानकारी है। कमलनाथ ने घोटाला और भ्रष्टाचार करने वाले पर कार्रवाई की गारंटी से जुड़े प्रधानमंत्री के बयान पर कहा कि उन्होंने कांग्रेस का नाम नहीं लिया। उनका इशारा प्रदेश सरकार की ओर भी हो सकता है।
उन्होंने कहा कि शिवराज जी आपकी सरकार ने खुद विधानसभा में स्वीकार किया है कि 27 लाख किसानों का कर्ज कांग्रेस सरकार ने माफ किया था, यहां तक कि वर्तमान कृषि मंत्री के परिवार तक का कर्ज माफ हुआ है। इसके बावजूद आप जब चाहे झूठ बोलने लगते हैं। क्या सरेआम इस तरह झूठ बोलने में आपको बिल्कुल भी लज्जा का अनुभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई घोटालेबाज नहीं बचेगा, तो मध्य प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि डंपर घोटाला, व्यापम घोटाला, पोषण आहार घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला, नर्सिंग कॉलेज घोटाला और ई टेंडरिंग घोटाला आपके ही मुख्यमंत्री कार्यकाल में हुए हैं। घोटालेबाजों को आप पकड़ रहे हैं या संरक्षण दे रहे हैं?
ध्यान भटकाने वाला मॉडल नहीं चलेगा प्रदेश में
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कल भोपाल में महँगाई की लिस्ट पढ़ी। लेकिन वो लिस्ट भी पहले की लिस्टों की तरह किसी ने गलत बना दी। मध्य प्रदेश में पेट्रोल का दाम 108 रूपए लीटर, टमाटर का दाम 100 रूपए किलो, दाल का दाम 150 रूपए किलो, रसोई का सिलेंडर 1130 रूपए सिलेंडर है। जनता जो महंगाई की मार झेल रही है उससे ध्यान भटकाने का मॉडल न तो हिमाचल और कर्नाटक में चला, न ही मध्यप्रदेश में चलेगा।