शिवराज ने विपक्ष को बताया मेंढ़क, सांप, बंदर
कमलनाथ ने पढ़ाया मर्यादा का पाठ
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी में मर्यादाएं टूटती नजर आने लगी है। पूर्व में मंत्रियों और नेताओं तक तो यह बयानबाजी होती रही, मगर अब मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच भी कुछ इसी तरह के संवाद सामने आ रहे हैं। ऐसे आज मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान ने पटना मंे विपक्षी दलों की बैठक को लेकर बयान देते हुए विपक्षी दलों को मेंढ़क, सांप और बंदर बताया तो कमलनाथ ने उन्हें मर्यादा का पाठ का पढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आज फिर एक बार राजनीति में ष्षब्दों की मर्यादा केा तार-तार किया है।
छरअसल मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान ने आज फिर पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक केा लेकर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि बाढ़ आने पर जिस तरह सांप, बंदर और मेंढक एक पेड़ पर चढ़ जाते हैं, वैसी ही हालत विपक्ष की है। उन्होंने यह भी कहा कि पटना में सारे विपक्षी इकट्ठा हुए। वहां भी विपक्षी एकता नहीं बल्कि उनका मुख्य मुद्दा राहुल गांधी की शादी रहा। उन्होंने लालूप्रसाद यादव की राहुल गांधी की शादी की सलाह पर कहा कि दूल्हा कौन है, बाराती कौन है, इसका अब तक ठिकाना नहीं है। वहीं, प्रदेश में कमलनाथ के सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को चेतावनी देने के अंदाज पर भी शिवराज ने कहा कि कमलनाथ की चक्की कभी दिग्विजय सिंह को पीसती है तो कभी अरुण यादव तो कभी अजय सिंह को।
मुख्यमंत्री के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी टिप्पणी में कहा कि शिवराज सिंह चौहान को मर्यादा का पाठ याद कराया। कहा कि आप विपक्ष को बंदर कहेंगे तो जनता हमें भगवान राम की वानर सेना समझेगी जिसने रावण की पाप की लंका ध्वस्त कर दी थी। आप सांप कहेंगे तो जनता हमें भगवान शिव का कंठहार समझेगी। कमलनाथ ने कहा कि आप इसी तरह गाली-गलौज करते रहिए लेकिन वे सत्य व मर्यादा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे।