सिंगापुर में जुटी 49 देशों के जासूसों की मंडली, RAW के अधिकारी भी शामिल हुए
सिंगापुर. विश्व की प्रमुख सुरक्षा एजेसिंयों के दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ अधिकारियों ने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग सुरक्षा बैठक के दौरान एक गुप्त बैठक की है. उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठकें सिंगापुर सरकार द्वारा आयोजित की जाती हैं. कई वर्षों से सुरक्षा शिखर सम्मेलन के साथ एक अलग स्थान पर आयोजित की जाती रही हैं. बैठकों की सूचना पहले नहीं दी गई थी. अमेरिका का प्रतिनिधित्व उसके देश के खुफिया समुदाय के प्रमुख राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हैन्स द्वारा किया गया था. जबकि चीन दो महाशक्तियों के बीच तनाव के बावजूद मौजूद अन्य देशों में से था.
इंडियन सूत्रों का कहना है कि भारत की विदेशी खुफिया जानकारी एकत्र करने वाली एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के प्रमुख सामंत गोयल ने बैठक में हिस्सा लिया है. चर्चाओं की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि बैठक अंतरराष्ट्रीय छाया एजेंडे पर एक महत्वपूर्ण स्थिरता है. इसमें शामिल देशों की श्रेणी को देखते हुए यह ट्रेडक्राफ्ट नहीं है, बल्कि इरादों व निचली रेखाओं की गहरी समझ को बढ़ावा देने का एक तरीका है. खुफिया सेवाओं के बीच एक अनकहा कोड होता है जिसके बारे में वे बात कर सकते हैं जब अधिक औपचारिक और खुली कूटनीति कठिन होती है. यह तनाव के समय में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है, सिंगापुर की घटना इसे बढ़ावा देने में मदद करती है. मामले की संवेदनशीलता के कारण बैठकों पर चर्चा करने वाले सभी पांच स्रोतों की पहचान करने से मना कर दिया गया. सिंगापुर रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि शांगरी-ला वार्ता में भाग लेने के दौरान खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित प्रतिभागियों को भी अपने समकक्षों से मिलने का अवसर मिलता है.