मैं किसी के सामने झुकता नहीं, सच कहने से चूकता नहीं, अभी थका नहीं हूं : अशोक गहलोत
जिले के जालूपुरा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईआरसीपी योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैं केंद्र को खरी खोटी सुनाने से चूकता नहीं हूं. देश में 16 योजनाएं चल रही हैं. इसको भी राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर देते तो क्या फर्क पड़ जाता? सीएम गहलोत ने जहां अपनी योजनाओं की तारीफ की तो केन्द्र सरकार को आड़े हाथों भी लिया. सभा में उन्होंने लोगों से सरकार रिपीट कराने का आग्रह भी कर दिया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ईआरसीपी के मामले को लेकर केंद्र को खरी-खोटी सुना चुके हैं. सीएम ने जयपुर में जनसभा को संबोधन के दौरान कहा कि वे झुकते नहीं जहां बस चलता है और किसी को भी सुनाने में चूकते भी नहीं हैं. गहलोत ने कहा कि जिसके पक्ष में सच्चाई हो उसे किसी बात से चूकना नहीं चाहिए. देश में 16 योजनाएं चल रही हैं. इसको भी राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर देते तो क्या फर्क पड़ जाता? सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री बीते कुछ समय में प्रदेश दौरे पर दो-तीन बार आ चुके हैं. अभी और भी आएंगे और लोगों को बताएंगे, लेकिन आपको केवल विकास देखना चाहिए कि विकास कौन करा रहा है. लोगों की परेशानियों को कौन दूर कर रहा है, आपको यह देखना चाहिए. इस बार सरकार को रिपीट कीजिए.
मुख्यमंत्री गुरुवार को जालूपुरा के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में 211 करोड़ की परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण करने आए थे. सीएम गहलोत ने कहा कि उन्होंने आबू में प्रधानमंत्री को भी कहा है कि डॉ. मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के समय में बने हुए कानून हैं. उसी तरह सोशल सिक्योरिटी कानून बनाने चाहिए. दुनिया के विकसित देशों में जो जरूरतमंद होता है उसे सरकार खर्चा देती है. राजस्थान में जो राइट टू हेल्थ एक्ट बनाया गया है, उसी तरह देश में भी इसे लागू किया जाना चाहिए.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि जल्द ही प्रदेश की चिरंजीवी में रजिस्ट्रर्ड एक करोड़ 35 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन दिए जाने की शुरूआत भी होगी. हम राजस्थान में एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रहे है. महंगाई राहत शिविर में 25 कैंप देखे है, लोग खुश है. उन्होंने कहा कि विपक्ष महंगाई राहत कैम्प से घबरा गया हैं. काफी कम समय में तीन करोड़ कार्ड बट चुके हैं, इसमें 50 60 लाख परिवार से जुड़ चुके हैं. महंगाई राहत शिविर में लोगों से मिला हूं जो भावुक हो जाते हैं महंगाई की बड़ी मार है.