कांग्रेस में शामिल हुई तो ब्रांड एंबेसडर पद से हटाया
बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर थी मेघा परमार
भोपाल। एवरेस्ट फतह करने वाली मेघा परमार को कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद प्रदेश की भाजपा सरकार ने बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर पद से हटा दिया है। जेंडर चैंपियंस की ब्रांड एंबेसडर भी थी परमार उससे भी उनकी छुट्टी कर दी गई है।
दरअसल 9 मई को मेघा परमार ने छिंदवाड़ा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली थी। इसके ठीक दूसरे दिन यानी 10 मई को महिला बाल विकास ने उन्हें ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ के ब्रांड एंबेसडर पद से विमुक्त किये जाने का आदेश जारी कर दिया। आदेश में कहा गया है कि इसके पूर्व जो भी ब्रांड एम्बेंसडर, जेंडर चैम्पियंस बनाए गए हैं,उन्हें उनके कार्य दायित्व से तत्काल विमुक्त किया जाता है। इसी कम में विभाग द्वारा बनाए गए ब्रांड एंबेसडर कुमारी मेघा परमार को इस दायित्व से विमुक्त किया जाता है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
कमलनाथ की तारीफ की थी
छिंदवाड़ा में नारी सम्मान योजना के दौरान कांग्रेस में शामिल होने के बाद पर्वतारोही मेघा परमार ने कहा था कि कमलनाथ नहीं होते तो शायद मैं माउंट एवरेस्ट फतह नहीं कर पाती। उन्हीं की वजह से मुझे यह सफलता मिली है। उन्होंने ही किसान की बेटी को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया।
कांग्रेस ने बताया घटिया सोच
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि देश का मान बढ़ाने वाली पर्वतारोही और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ही गृह जिले की लाडली बहन मेघा परमार को सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” की ब्रांड एंबेसेडर के सम्मान से मुक्त किया! उनका गुनाह है कि उन्होंने कमलनाथ के नेतृत्व में 9 को कांग्रेस ज्वाइन कर ली, घटिया सोच?