दिग्विजय करेंगे बैठकें, कमलनाथ लेंगे सभाएं
हारी सीटों पर फोकस कर मैदानी रणनीति बनाई कांग्रेस ने
भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक साथ मैदान में उतरे हैं। दोनों नेताओं का फोकस दो या उससे अधिक बार हारी सीटों पर है। इन सीटों पर फोकस कर दोनों नेता अब मैदान में उतरे हैं। कमलनाथ ने तय किया है कि वे रैली और सभाएं कर जनता से संवाद करेंगे, वहीं दिग्विजय सिंह मैदानी मोर्चा संभालते हुए सीधे कार्यकर्ता से संवाद जारी रखेंगे।
प्रदेश कांग्रेस इस बार किसी भी तरह से प्रदेश में भाजपा की सरकार को हटाकर कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मैदानी मोर्चा संभालने का फैसला किया है। कमलनाथ ने भी आज से मैदानी सक्रियता तेज कर दी है। वे आज खातेगांव पहुंचे और जनसभा की। कमलनाथ पूरी तरह से प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कमियों को गिना रहे हैं। दूसरी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कार्यकर्ताओं और नाराज नेताओं को मनाने का जिम्मा सौंपा है। सिंह मंडलम, सेक्टर और जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों की बैठकें ले रहे हैं, साथ ही कार्यकर्ताओं और नेताओं को मैदानी सक्रियता बढ़ाने के लिए सक्रिय कर रहे हैं। सिंह ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड के कुछ जिलों का दौरा भी कर चुक हैं। उन्होंने अब तक अपने दौरों में मंडलम, सेक्टर अध्यक्षों और बीएलए, युवक कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवादल, किसान कांग्रेस और आईटी सेल प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों से बैठक ली है। साथ ही जो कमजोरियां उन्हें दिखी है उन्हें दूर करने के लिए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए मैदान में उतरने को कहा है।
हारी सीटों पर ज्यादा जोर
कांग्रेस के दोनों नेताओं ने रणनीति के तहत दो या उससे अधिक बार हारी सीटों पर फोकस करते हुए रणनीति बनाकर काम करना शुरू किया है। इन सीटों पर इस बार उन्हें भाजपा नेताओं और वर्तमान विधायकों के प्रति उभरी नाराजगी को देखते हुए जीत की उम्मीद लग रही है। यही वजह है कि दोनों नेताओं ने इन सीटों पर पूरी ताकत लगाते हुए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को साधने का काम शुरू किया है। वहीं कमलनाथ जनता के बीच जाकर भाजपा के खिलाफ हमले तेज कर रहे हैं।
नेताओं को भी मिलेगी क्षेत्रवार जिम्मेदारी
कांग्रेस ने क्षेत्रवार नेताओं को जिम्मेदारी देकर चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया है। जातिगत और क्षेत्रीय प्रभाव के आधार पर नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। माना जा रहा है कि इसके तहत कांग्रेस सुरेश पचौरी, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, अजय सिंह, डा.गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, मीनाक्षी नटराजन, तरुण भनोत, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, फूल सिंह बरैया, रामनिवास रावत को भी जिम्मेदारी दी जाएगी।