#KarnatakaElections2023 पल-पल इंडिया ने पहले ही कहा था- कर्नाटक, गुजरात नहीं है? जगदीश शेट्टार ने बीजेपी छोड़ी, कांग्रेस में शामिल!
अभिमनोज. पिछले हिमाचल प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों के विधानसभा चुनाव के मौके पर पल-पल इंडिया (13/12/2022) में- क्या योगी को 2024 के लिए पीएम फेस बनाने का समय आ गया है? में लिखा था कि- देश में हाल ही हुए चुनावों और उपचुनावों के नतीजे बताते हैं, कि गुजरात को छोड़कर कहीं भी नरेंद्र मोदी का क्रेज नहीं बचा है?
अभी…. पल-पल इंडिया (17/4/2023) में- कर्नाटक, गुजरात नहीं है? येदियुरप्पा के सामने सारे सिद्धांत ढेर, टिकट वितरण के बाद बगावत के सुर तेज? में लिखा था कि- कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, लेकिन इसके साथ ही विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो चुका है, शायद…. कर्नाटक, गुजरात नहीं है, और यही वजह है कि पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के सामने पीएम नरेंद्र मोदी के सारे सिद्धांत ढेर हैं, तो टिकट वितरण के गुजराती मॉडल के विरोध में बगावत के सुर तेज हो गए हैं?
याद रहे, कर्नाटक में येदियुरप्पा को नजरअंदाज करना पीएम नरेंद्र मोदी के भी बस की बात नहीं है, मोदी टीम द्वारा सत्ता से सेवानिवृत्ति की उम्र 75 वर्ष को किनारे करके येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बने थे, तो परिवारवाद को नजरअंदाज करते हुए उनके बेटे को टिकट भी दिया गया है?
खबरों की मानें तो पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर जैसे लिंगायत नेताओं का टिकट कटा, तो वे अब बगावती तेवर दिखा रहे हैं!
अब खबर है कि…. बीजेपी छोड़ चुके कर्नाटक के पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, वह बेंगलुरु में कांग्रेस ऑफिस पहुंचे और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार समेत कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए.
याद रहे, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से टिकट नहीं मिलने के कारण वे नाराज थे और दो दिन पहले उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी.
खबरों की मानें तो जगदीश शेट्टार ने कहा कि- मैंने कल बीजेपी से इस्तीफा दिया था और आज कांग्रेस में शामिल हो गया, मैं पूरे मन से कांग्रेस में शामिल हुआ हूं, कई लोग इस बात से हैरान हैं कि नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष रहे नेता ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली, बीजेपी ने मुझे हर पद दिया और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैंने हमेशा पार्टी के विकास के लिए काम किया, पार्टी का वरिष्ठ नेता होने के नाते मुझे लगा कि मुझे टिकट मिलेगी, लेकिन जब मुझे पता चला कि मुझे टिकट नहीं मिल रही है तो मैं हैरान रह गया, मुझसे इस बारे में किसी ने बात नहीं की, ना ही मुझे समझाने की कोशिश की, यहां तक कि मुझे तसल्ली भी नहीं दी गई कि मुझे क्या पद दिया जाएगा?
सियासी सयानों का मानना है कि कर्नाटक में पहले से ही बीजेपी अच्छी स्थिति में नहीं है, ऐसी स्थिति में बड़े नेताओं की बगावत बीजेपी को बहुत भारी पड़ सकती है!