अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सियासी हैसियत बढ़ने से बीजेपी-कांग्रेस, दोनों का नुकसान होगा!
अभिमनोज. आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है, जबकि चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी और सीपीआई से नेशनल पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है, कारण…. देशभर में इन तीनों पार्टियों का वोट शेयर 6 प्रतिशत से कम है, लिहाजा बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी, माकपा, एनपीपी और आप सहित अब छह राष्ट्रीय पार्टियां हैं.
आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने से उसकी सियासी हैसियत बढ़ी है, आनेवाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में इससे बीजेपी और कांग्रेस, दोनों को राजनीतिक नुकसान होगा.
कांग्रेस और बीजेपी से नाराज बागियों के लिए एक नया रास्ता खुल गया है, हालांकि बड़े और असरदार नेताओं के लिए आम आदमी पार्टी में कुछ खास संभावनाएं नहीं हैं, क्योंकि सीएम अरविंद केजरीवाल भी, पीएम नरेंद्र मोदी की तरह ही अपने बराबर के सियासी कद के लोकप्रिय नेता को आगे बढ़ने नहीं देते हैं.
देखना दिलचस्प होगा कि आनेवाले चुनावों में आम आदमी पार्टी- कांग्रेस या बीजेपी, किसका ज्यादा नुकसान करती है?
* उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल, पश्चिम बंगाल में रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, आंध्र प्रदेश में भारत राष्ट्र समिति, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके और मिजोरम में एमसीपी का राज्य पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया है.
* लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को नगालैंड में, टिपरा मोथा पार्टी को त्रिपुरा में, मेघालय में वॉइस ऑफ द पीपुल पार्टी को राज्य पार्टी की मान्यता मिली है.