अब ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भड़क गए दिग्विजय सिंह, कहा- ‘इन्हें गद्दार न कहें तो…’
भोपाल: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जबसे बीजेपी (BJP) में आए हैं, तबसे ही मध्य प्रदेश में ‘गद्दार’ की सियासत तेजी हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच लगातार जुबानी हमले चलते रहते हैं. पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच सोशल मीडिया वॉर शुरू हुआ. इसके बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने भी इस विवाद में एंट्री कर ली है. यह विवाद अब राजघरानों तक पहुंच गया है.
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने हाल ही में ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘इतिहास की कोई भी किताब उठा लीजिए, 1857 में झांसी की रानी के साथ गद्दारी के मुद्दे पर सभी इतिहासकार एकमत हैं.’ उन्होंने यह भी लिखा, ‘आपके नए भगवान सावरकर ने भी अपनी किताब ‘1857 का स्ववतंत्र समर’ में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे आदि के बारे में जिक्र किया है.’
इस मामले में जयराम रमेश ने सीधे तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने की कोशिश की. दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी 1857 के वीर शहीद तात्या टोपे के वंशज पराग टोपे की लिखी किताब का हवाला देते हुए कहा, ‘मराठा, सिंधिया, पेशवा और झांसी के नेवालकर अंग्रेजों के विरुद्ध एक साथ थे.’ इस दौरान उन्होंने किताब ‘ऑपरेशन रेड लोटस’ का भी जिक्र किया.
अब दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बोला हमला
यह विवाद चल रहा था कि अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की एंट्री हो गई है. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में रहकर, सारे पद पाकर, सत्ता का सुख भोगकर कांग्रेस की आलोचना कर रहे हैं.’ इस मामले में उन्होंने राहुल गांधी के प्रति आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया है. इसके अलावा, यह भी लिखा है कि ‘इन्हें गद्दार नहीं तो और क्या कहें?’
सिंधिया घराने पर हमले का कोई मौका नहीं छोड़ते दिग्विजय
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश की टिप्पणी के बाद राजनीति के जानकार आशंका जता रहे थे कि दिग्विजय सिंह भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ हमला बोल सकते हैं. उनकी यह आशंका सही साबित हुई है. दिग्विजय सिंह कभी भी सिंधिया घराने के मामले में कोई भी विरोधी का साथ देने में पीछे नहीं हटते.
जो नेता सिंधिया घराने की मुखालफत करता है, उसे दिग्विजय सिंह का खुला समर्थन मिल जाता है. हालांकि, अभी तक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह के हमले का जवाब नहीं दिया है. अगर सोशल मीडिया पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का जवाब आता है तो राजघराने की लड़ाई एक बार फिर सुर्खियां बटोर लेगी.