सीएम चेहरे को लेकर कांग्रेस में घमासान
चुनाव के पहले चेहरा घोषित करना कांग्रेस की परंपरा नहीं : अजय सिंह
भोपाल। कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी नजर आने लगी है। चुनाव के पहले सीएम के चेहरे को लेकर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव के बयान के बाद राजनीति गर्मा गई है। यादव के बयान के बाद भाजपा नेताओं ने तंज कसना शुरू किया तो कांग्रेस नेता भी अब एक-एक कर मैदान में आ रहे हैं। आज पूर्व मंत्री अजय सिंह सामने आए। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले सीएम चेहरा घोषित करना कांग्रेस की परंपरा नहीं रही है।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस में फिर सीएम चेहरे को लेकर घमासान मचने लगा है। कुछ दिन पहले पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने यह बयान देकर राजनीति गर्मा दी थी कि अभी सीएम चेहरा कौन होगा, यह तय नहीं हुआ है। हालांकि यादव ने कहा था कि यह केन्द्रीय नेतृत्व तय करेगा। यादव के इस बयान के बाद कांग्रेस में खलीबली मची तो भाजपा नेताओं ने तंज कसना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को घेरना शुरू कर दिया। इसके बाद आज फिर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का बयान आया। सिंह ने कहा कि कांग्रेस में परंपरा रही है कि चुनाव जीतने से पहले सीएम का चेहरा घोषित नहीं होता हैं। केंद्रीय नेतृत्व और विधायक दल ही सीएम चुनता है और कोई व्यक्ति अपने आप को सीएम बताता भी नहीं है।
इसलिए उठ रहे सवाल
प्रदेश कांग्रेस की तरफ से कुछ समय पहले नया साल, नई सरकार को लेकर लगाए पोस्टर में पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ को भावी सीएम बताया गया था। अब इस पर कांग्रेस नेताओं के बयान से साफ है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा हैं। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के बयान का अजय सिंह ने समर्थन किया हैं। इससे पहले अरुण यादव ने कहा था कि कांग्रेस में सत्ता में आने के बाद तय होता है कि सीएम कौन होगा।
सरकार बनी तो कमलनाथ ही होंगे मुख्यमंत्री
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुकेश नायक का भी आज बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कमलनाथ ही सीएम होंगे। उन्होंने कहा कि कमलनाथ को ध्यान में रखकर पूरे राज्य में पोस्टर लगाकर ब्रांडिंग हो रही है। कमलनाथ के नाम को लेकर कोई विवाद नहीं और वो निर्विवाद नेता है। अरुण यादव के बयान को लेकर कहा कि मैं उनसे बात करूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि कमलनाथ के नेतृत्व में ही आगामी विधान सभा चुनाव होगा। कमलनाथ एमपी के निर्विवाद नेता और वही विधायक दल के नेता होंगे। नायक ने कहा कि पार्टी के अंदर कोई मतभेद और मनभेद नहीं है।