फिर उठी भोपाल का नाम बदलने की मांग
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि भोजपाल किया जाए भोपाल का नाम
भोपाल। प्रदेश में एक बार फिर शहरों के नाम बदलने को लेकर मांग उठने लगी है। इस बार राजधानी भोपाल का नाम बदलने की मांग उठी है। यह मांग किसी राजनीति से जुड़े नेता की नहीं, बल्कि जगदगुरू रामभद्राचार्य ने उठाई है। उन्होंने भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की बात कही है।
जगदगुरू रामभद्राचार्य इन दिनों राजधानी में रामकथा का वाचन कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि भोपाल का नाम बदलने को लेकर कहा कि जब मुस्लिम शासकों के द्वारा दिए गए नाम बदल रहे है तो भोपाल का नाम भी बदलना चाहिए,,भोपाल का कोई मतलब नहीं है। भोजपाल नाम करने से राजा भोजपाल की कीर्ति का पता चलेगा। इसके साथ ही जगद्गुरू ने कहा कि भोपाल का पुराना नाम भोजपाल ही था, लेकिन पुराने शासकों ने ‘ज’ हटाकर भोपाल कर दिया था। अब नाम बदलने को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने वार्निंग भी दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया और भोजपाल नाम नहीं किया गया तो वो दोबारा भोपाल नहीं आएंगे। नाम बदलने के बाद ही वो अब भोपाल में फिर से कथा करेंगे।
तो अगली बार नहीं आउंगा कथा करने
रामभद्राचार्य महाराज ने भोपाल के नाम को बदलने की मांग करते हुए कहा कि जब तक भोपाल का नाम भोजपाल नहीं होता, तब तक अगली बार कथा करने नहीं आऊंगा। उन्होंने कहा कि भोजपाल नगरी के राजा भोज पालक थे, जब सरकार होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम कर चुकी है। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज हो गया है, फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया है, तो भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल क्यों नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मैं अपने अनुज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहूंगा कि विधानसभा चुनाव के पहले इसका नाम बदल दें।