सिर्फ अमीरों के लिए है जीएसटी की व्यवस्था : सिंहदेव
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गरीब और मध्यम वर्ग पिस रहा है जीएसटी में
भोपाल। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जीएसटी की व्यवस्था सिर्फ अमीरों के लिए है। इसे लेकर लोग परेशान हैं। पहले डायरेक्ट टैक्स के जरिए केंद्र सरकार को राजस्व आता था, अब टैक्स ही टैक्स है। वर्तमान स्थिति खराब हो चुकी है।
मध्यप्रदेश दौरे पर आए छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि देश में 12 जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है, आज का मुद्दा जीएसटी का है। आज देश में जो स्थिति हम देख रहे हैं टैक्स से लोग परेशान है, जीएसटी की व्यवस्थामानो सिर्फ अमीरों के लिए है। देश के पहले डायरेक्ट टैक्स के जरिए केंद्र सरकार को राजस्व आता था, अब टैक्स ही टैक्स है। वर्तमान स्थिति खराब हो चुकी है। चौंकाने वाले आंकड़े हैं। जीएसटी को लेकर देश की 10 प्रतिशत उच्चतम आय की आबादी सिर्फ 03 प्रतिशत की हिस्सेदारी अदा कर रहे है। निचली आय की 50 फीसदी आबादी 60 फीसदी जीएसटी दे रहे है।
सिंहदेव ने कहा कि एक कारण यह भी है कि अमीर, अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है। गरीब के पास घर चलाने के लिए पैसे नहीं है। सिर्फ गरीब नहीं, बल्कि मध्यम वर्ग भी जीएसटी में पिस रहा है। टैक्स को इतना विस्तृत और जटिल कर दिया कि एक गरीब या मध्यम वर्गीय के लिए यह बेहद कठिन काम है। अमीरों को फर्क नहीं पड़ता। सरकार ऑनलाइन की बात करती हैं और यह बात हकीकत है कि बिना चार्टर्ड अकाउंटेंट के टैक्स भर पाना संभव नहीं है। सीधे तौर पर छोटे स्तर पर भार डाला जा रहा है। कांग्रेस जीएसटी के खिलाफ नहीं है, लेकिन गलत नीति का विरोध हम कर रहे हैं। जीएसटी की गलत नीतियों से राज्य के आर्थिक आंकड़े भी बिगड़े, भरपाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि जीएसटी का जो प्रारूप कांग्रेस ने रखा था उसे केंद्र अपनाए। जीएसटी के दायरे में राहत नहीं, राहत दी तो उद्योगपतियों को, 2019 में करोड़ों की राहत दी गई। जब सीजी में कांग्रेस सरकार थी तब कई बार केंद्र को सरकार में रहकर सुझाव दिया था, लेकिन अमल नहीं किया गया। राष्ट्र में एक कराधान होना चाहिए, राज्यों का अंश ज्यादा किया जाए।
नक्सल पर ना हो राजनीति
सिंहदेव ने कहा कि नक्सल पर राजनीति नहीं होना चाहिए। केंद्र ने टारगेट रखा है, हमें दिक्कत भी नहीं, लेकिन फिर अनेक तरीके से टारगेट पूरा करने में लग जाते हैं। फिर जबरन काम करें। निर्दोष नहीं पिसना चाहिए। दिल्ली चुनाव को लेकर कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर लोकसभा में हम एक थे। यह 2024 को लेकर था। इंडिया गठबंधन अभी एक इकाई नहीं है। बस्तर में पत्रकार की हत्या को लेकर पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पत्रकार को खोया है। कभी उनके विषय में गलत नहीं सुना था। एक ठेके का मामला था। उन्होंने नवंबर में मामला सीएम और मंत्री के समक्ष उठाया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। फिर बाद में उनकी हत्या कर दी गई, ये बेहद गंभीर मामला है।
भोपाल। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जीएसटी की व्यवस्था सिर्फ अमीरों के लिए है। इसे लेकर लोग परेशान हैं। पहले डायरेक्ट टैक्स के जरिए केंद्र सरकार को राजस्व आता था, अब टैक्स ही टैक्स है। वर्तमान स्थिति खराब हो चुकी है।
मध्यप्रदेश दौरे पर आए छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि देश में 12 जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है, आज का मुद्दा जीएसटी का है। आज देश में जो स्थिति हम देख रहे हैं टैक्स से लोग परेशान है, जीएसटी की व्यवस्थामानो सिर्फ अमीरों के लिए है। देश के पहले डायरेक्ट टैक्स के जरिए केंद्र सरकार को राजस्व आता था, अब टैक्स ही टैक्स है। वर्तमान स्थिति खराब हो चुकी है। चौंकाने वाले आंकड़े हैं। जीएसटी को लेकर देश की 10 प्रतिशत उच्चतम आय की आबादी सिर्फ 03 प्रतिशत की हिस्सेदारी अदा कर रहे है। निचली आय की 50 फीसदी आबादी 60 फीसदी जीएसटी दे रहे है।
सिंहदेव ने कहा कि एक कारण यह भी है कि अमीर, अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है। गरीब के पास घर चलाने के लिए पैसे नहीं है। सिर्फ गरीब नहीं, बल्कि मध्यम वर्ग भी जीएसटी में पिस रहा है। टैक्स को इतना विस्तृत और जटिल कर दिया कि एक गरीब या मध्यम वर्गीय के लिए यह बेहद कठिन काम है। अमीरों को फर्क नहीं पड़ता। सरकार ऑनलाइन की बात करती हैं और यह बात हकीकत है कि बिना चार्टर्ड अकाउंटेंट के टैक्स भर पाना संभव नहीं है। सीधे तौर पर छोटे स्तर पर भार डाला जा रहा है। कांग्रेस जीएसटी के खिलाफ नहीं है, लेकिन गलत नीति का विरोध हम कर रहे हैं। जीएसटी की गलत नीतियों से राज्य के आर्थिक आंकड़े भी बिगड़े, भरपाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि जीएसटी का जो प्रारूप कांग्रेस ने रखा था उसे केंद्र अपनाए। जीएसटी के दायरे में राहत नहीं, राहत दी तो उद्योगपतियों को, 2019 में करोड़ों की राहत दी गई। जब सीजी में कांग्रेस सरकार थी तब कई बार केंद्र को सरकार में रहकर सुझाव दिया था, लेकिन अमल नहीं किया गया। राष्ट्र में एक कराधान होना चाहिए, राज्यों का अंश ज्यादा किया जाए।
नक्सल पर ना हो राजनीति
सिंहदेव ने कहा कि नक्सल पर राजनीति नहीं होना चाहिए। केंद्र ने टारगेट रखा है, हमें दिक्कत भी नहीं, लेकिन फिर अनेक तरीके से टारगेट पूरा करने में लग जाते हैं। फिर जबरन काम करें। निर्दोष नहीं पिसना चाहिए। दिल्ली चुनाव को लेकर कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर लोकसभा में हम एक थे। यह 2024 को लेकर था। इंडिया गठबंधन अभी एक इकाई नहीं है। बस्तर में पत्रकार की हत्या को लेकर पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पत्रकार को खोया है। कभी उनके विषय में गलत नहीं सुना था। एक ठेके का मामला था। उन्होंने नवंबर में मामला सीएम और मंत्री के समक्ष उठाया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। फिर बाद में उनकी हत्या कर दी गई, ये बेहद गंभीर मामला है।