विस उपाध्यक्ष को लेकर तेज हुई सियासत, कांग्रेस ने मांगा पद
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उप नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र
भोपाल। नए साल के शुरूआत में ही विधानसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर सियासत तेज हो गई है। पिछली शिवराज सरकार के समय से रिक्त रहे इस पद को लेकर अब विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर जल्द ही इस पद नियुक्ति की बात कही है।
विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद परंपरा के अनुसार मुख्य विपक्षी दल को मिलता रहा है। मगर पिछली शिवराज सरकार के कार्यकाल से ही यह पद रिक्त है। इस पद पर किसी की भी नियुक्ति नहीं की गई है। उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस लंबे समय से मांग करती रही है कि यह पद कांग्रेस के खाते में दिया जाए, मगर भाजपा की ओर से यह आरोप लगाया जाता रहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने यह परपंरा तोड़ी है। इसके चलते कमलनाथ जब प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने इस पद पर हीना कांवरे को नियुक्त किया था। वहीं कांग्रेस भाजपा के इन आरोपों को नकारती रही है। अब एक बार फिर इस पद को लेकर सियासत तेज हुई है। नए साल के पहले ही दिन विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर मांग की है कि यह पद कांग्रेस को दिया जाए। कटारे ने पत्र में लिखा है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 178 में प्रदेश विधान सभाओं में स्पीकर सहित उपाध्यक्ष के पद का उल्लेख है। नियमानुसार विधानसभा के दित्तीय सत्र तक उपाध्यक्ष पद की पूर्ति होना चाहिए, लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा में विगत चार साल से उपाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने से यह पद रिक्त है। मध्य प्रदेश में विधायी कार्य को लोकतांत्रिक व स्वच्छ विधायी परंपरा के अनुरूप संपादित करने के लिए उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने की परंपरा रही है।
कटारे ने लिखा है कि लोकसभा में भी 18 में 10 बार विपक्षी दल को उपाध्यक्ष का पद दिया गया, जिसके अनुरूप प्रदेश में उपाध्यक्ष पद का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दल को मिलना चाहिए। अतः प्रदेश में विधायी कार्यप्रणाली को गति व मजबूती प्रदान करने की दृष्टि से अनुरोध है कि जनहित में शीघ्र विधानसभा उपाध्यक्ष के रिक्त पद की पूर्ति करने की कृपा करें।
भोपाल। नए साल के शुरूआत में ही विधानसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर सियासत तेज हो गई है। पिछली शिवराज सरकार के समय से रिक्त रहे इस पद को लेकर अब विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर जल्द ही इस पद नियुक्ति की बात कही है।
विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद परंपरा के अनुसार मुख्य विपक्षी दल को मिलता रहा है। मगर पिछली शिवराज सरकार के कार्यकाल से ही यह पद रिक्त है। इस पद पर किसी की भी नियुक्ति नहीं की गई है। उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस लंबे समय से मांग करती रही है कि यह पद कांग्रेस के खाते में दिया जाए, मगर भाजपा की ओर से यह आरोप लगाया जाता रहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने यह परपंरा तोड़ी है। इसके चलते कमलनाथ जब प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने इस पद पर हीना कांवरे को नियुक्त किया था। वहीं कांग्रेस भाजपा के इन आरोपों को नकारती रही है। अब एक बार फिर इस पद को लेकर सियासत तेज हुई है। नए साल के पहले ही दिन विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर मांग की है कि यह पद कांग्रेस को दिया जाए। कटारे ने पत्र में लिखा है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 178 में प्रदेश विधान सभाओं में स्पीकर सहित उपाध्यक्ष के पद का उल्लेख है। नियमानुसार विधानसभा के दित्तीय सत्र तक उपाध्यक्ष पद की पूर्ति होना चाहिए, लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा में विगत चार साल से उपाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने से यह पद रिक्त है। मध्य प्रदेश में विधायी कार्य को लोकतांत्रिक व स्वच्छ विधायी परंपरा के अनुरूप संपादित करने के लिए उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने की परंपरा रही है।
कटारे ने लिखा है कि लोकसभा में भी 18 में 10 बार विपक्षी दल को उपाध्यक्ष का पद दिया गया, जिसके अनुरूप प्रदेश में उपाध्यक्ष पद का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दल को मिलना चाहिए। अतः प्रदेश में विधायी कार्यप्रणाली को गति व मजबूती प्रदान करने की दृष्टि से अनुरोध है कि जनहित में शीघ्र विधानसभा उपाध्यक्ष के रिक्त पद की पूर्ति करने की कृपा करें।