विधानसभा की कार्यवाही लाइव करने की मांग
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भोपाल। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने 16 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में विधानसभा की कार्यवाही को लाइव करने की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से आज मांग की। सिंघार ने मांग करते हुए कहा कि विधानसभा की कार्यवाही लाइव की जाए। इसके पीछे नेता प्रतिपक्ष का तर्क है कि विधानसभा कार्यवाही जनता और जनप्रतिनिधियों दोनों के लिए जरूरी है।
कांग्रेस विधायक व सदन में विपक्ष के नेता सिंघार ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा है कि विधानसभा की कार्यवाही लाइव की जाए, ये जनता और जनप्रतिनिधियों दोनों के लिए जरूरी है। मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही को लाइव करने की मांग कई बार उठाई गई, पर इस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया!जबकि, यह लोकतंत्र के लिए बेहद जरूरी है! इससे मतदाताओं को पता चलेगा कि उनका प्रतिनिधि उनकी समस्याओं को सदन में कैसे उठाता है! साथ ही सरकार की भूमिका भी स्पष्ट होगी कि वो इस मंच पर अपनी जिम्मेदारी किस तरह निभाती है! कांग्रेस उम्मीद करती है कि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर इस मांग पर सकारात्मक फैसला करेंगे। विधानसभा का शीतकालीन सत्र आगामी 16 दिसंबर से शुरु होना है। अपनी पोस्ट में उन्होंने मुख्यमंत्री डा मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को टैग किया हुआ है।
यह है अनुशासित पार्टी की असलियत
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व विधायक के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर कहा कि ये है संस्कारित और अनुशासित पार्टी भाजपा की असलियत। उज्जैन जिले की महिदपुर विधानसभा में पूर्व विधायक बहादुर सिंह चौहान की प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल और सांसद अनिल फिरोजिया की मौजूदगी में पिटाई हुई। खास बात ये कि पिटाई करने वाले भाजपा के ही कार्यकर्ता थे, अब बिना बुलाए मंच पर जाने वालों के साथ तो यही होगा। सीएम साहब, आप विदेश क्या गए, यहां आपके गृह जिले में ही पार्टी वाले मारपीट करने लगे ये न तो राजनीतिक संस्कार हैं और सामाजिक व्यवहार।
कांग्रेस विधायक व सदन में विपक्ष के नेता सिंघार ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा है कि विधानसभा की कार्यवाही लाइव की जाए, ये जनता और जनप्रतिनिधियों दोनों के लिए जरूरी है। मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही को लाइव करने की मांग कई बार उठाई गई, पर इस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया!जबकि, यह लोकतंत्र के लिए बेहद जरूरी है! इससे मतदाताओं को पता चलेगा कि उनका प्रतिनिधि उनकी समस्याओं को सदन में कैसे उठाता है! साथ ही सरकार की भूमिका भी स्पष्ट होगी कि वो इस मंच पर अपनी जिम्मेदारी किस तरह निभाती है! कांग्रेस उम्मीद करती है कि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर इस मांग पर सकारात्मक फैसला करेंगे। विधानसभा का शीतकालीन सत्र आगामी 16 दिसंबर से शुरु होना है। अपनी पोस्ट में उन्होंने मुख्यमंत्री डा मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को टैग किया हुआ है।
यह है अनुशासित पार्टी की असलियत
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व विधायक के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर कहा कि ये है संस्कारित और अनुशासित पार्टी भाजपा की असलियत। उज्जैन जिले की महिदपुर विधानसभा में पूर्व विधायक बहादुर सिंह चौहान की प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल और सांसद अनिल फिरोजिया की मौजूदगी में पिटाई हुई। खास बात ये कि पिटाई करने वाले भाजपा के ही कार्यकर्ता थे, अब बिना बुलाए मंच पर जाने वालों के साथ तो यही होगा। सीएम साहब, आप विदेश क्या गए, यहां आपके गृह जिले में ही पार्टी वाले मारपीट करने लगे ये न तो राजनीतिक संस्कार हैं और सामाजिक व्यवहार।