बच्चों ने नाटक के जरिए बताए मोबाइल के दुष्परिणाम
भोपाल। राजधानी में स्कूली बच्चों ने नाटक के जरिए लोगों को यह बताने का प्रयास किया कि मोबाइल आज के समय में जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा तो बन गया है। लेकिन यह कई तरह की बीमारियों का कारण भी बनता जा रहा है। बच्चों ने लोगों को यह संदेश दिया कि मोबाइल का उपयोग उतना ही करें, जितना जरूरी हो।
राजधानी के एक निजी स्कूल के बच्चों द्वारा नाटक ’मोबाइल की दुनिया’ का मंचन किया गया। इस नाटक लेखन एवं निर्देशन प्रतिज्ञा गोस्वामी के द्वारा किया गया, अभिनय शशांक पांडे, संजू नेताम,प्रिया लोधी, दिव्यांशी मंडल, मयंक चौहान, चन्द्र शेखर मुकाती,दीक्षा पाल, नंदनी गोस्वामी ने श्रेष्ठ अभिनय किया। नाटक के माध्यम से बताया गया की किस तरह से मोबाइल आज हम सभी के जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है और किस तरह से हम इसका उपयोग के साथ-साथ दुरुपयोग भी कर रहे ह।ैं साथ ही साथ यह भी बताया गया की मोबाइल से किस प्रकार के खतरे हो सकते हैं किस प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं जैसे- डिप्रैशन,एंज़ायटी, सर दर्द, नींद ना आना व हृदय घात।